धमतरी। जिले की पुलिस अब सविता खंडेलवाल आत्महत्या मामले को फिर से ओपन करने वाली है। राज्य महिला आयोग और महिला संगठनों की मांग के बाद यह फैसला लिया गया है। पुलिस ने सविता खंडेलवाल की मौत में बैंकों के रवैये को अमानवीय बताते हुए बैंक को भी नोटिस भेजा है। और संविता खंडेलवाल से जुड़ी सभी जानकारी मांगी है।
दरअसल, अमलतासपुरम की रहने वाली सविता खंडेलवाल ने ओरिंएंटल बैंक से घर पर लोन लिया था, जिसकी किश्तें नहीं चुका पाने के कारण 2016 में सविता के खाते को एनपीए घोषित कर दिया था। इसके कुछ समय बाद बैंक ने सविता के घर की नीलामी करवा दी, लेकिन सविता उसी घर में रहकर बैंक की कार्रवाई के खिलाफ लड़ाई लड़ रही थी।
लेकिन बताया ये भी जा रहा है कि संविता खंडेलवाल की खुदकुशी करने का कारण सिर्फ बैंक लोन नहीं। लोग बताते है कि संविता के पति अखिलेश खंडेलवाल को उसके मायके वालों ने घर खरीदने के लिए पूरा पैसा दे दिया था। और अखिलेश खंडेलवाल को लोन चुकाना था। लेकिन अखिलेश ने लोन के किस्त नहीं चुकाए। जिसकी परेशानी संविता को झेलनी पड़ी थी।
18 जून को बैंक और पुलिस ने मिलकर सविता को घर से बाहर निकाल दिया। सविता ने बैंक से ऋण अदायगी के लिए 24 घंटों का समय मांगा, लेकिन बैंक ने उसे बेघर कर दिया। इसके बाद सविता ने एक मंदिर में शरण ली। अपना घर हाथ से जाने के कारण सविता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। सविता ने मदद के लिए कई संगठनों और महिला आयोग के चक्कर भी लगाएं, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।
सविता की मौत के बाद महिला आयोग व विभिन्न संगठनों ने उसकी मौत पर सवाल उठाते हुए पुलिस से फिर से मामले की जांच करने की मांग की। महिला आयोग की सदस्य खिलेश्वरी किरण ने बताया कि बैंक के अमानवीय तरीके से परेशान होकर सविता ने आत्महत्या की है। सविता की मौत का जिम्मेदार बैंक को मानते हुए पुलिस ने फिर से केस ओपन किया है और मामले की फिर से जांच करने का फैसला लिया है। पुलिस ने मामले में बैंक क नोटिस भेजा है।
इस मामले में सविता के पति अखिलेश खंडेलवाल के भी पूछताछ हो सकती है।