Sunday, December 23, 2018
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मेयर देवेंद्र यादव के निगम क्षेत्र के मुक्तिधाम में लकड़ी नहीं, विपक्ष ने की कलेक्टर से मुलाकात, 3 दिन के भीतर समस्या का होगा निराकरण

भिलाई। मेयर देवेंद्र यादव के नेतृत्व वाली शहर सरकार को घेरने विपक्ष पूरा जोर लगा रही है। यहीं कारण है कि गुरुवार को शहर सरकार के खिलाफ भाजपा के सभी पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया। नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन और सीनियर पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्र के नेतृत्व में पार्षदों ने कलेक्टर उमेश अग्रवाल से मुलाकात की और शहर में हस्तक्षेप करने की मांग की। वहीं भाजपा के पार्षदों ने कलेक्टर से मुलाकात कर शहर की पानी और सफाई व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा की है।

आपको बता दें इस संबंध में बुधवार को ही सभापति चेंबर में भाजपा दल के पार्षदों की बैठक हुई थी। नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन और सीनियर पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा ने बैठक को संबोधित किया था। तब नेता प्रतिपक्ष ने कहा, मेयर देवेंद्र और उनकी एमआईसी को शहर की चिंता नहीं है। छोटे-छोटे काम निगम में नहीं हो रहे हैं। शहर के सबसे बड़े रामनगर मुक्तिधाम में लकड़ी नहीं के बराबर है। जो उसे जलने में 11 घंटे लग रहे हैं। इसलिए गुरुवार को विपक्षी पार्षद कलेक्टर और आयुक्त से मुलाकात की। इस दौरान सभापति पी. श्यामसुंदर राव, विधायक प्रतिनिधि जे. संजय दानी, रश्मि सिंह, पीयूष मिश्रा, रिंकू साहू, परमजीत सिंह लॉडी, भोजराज सिन्हा, रामानंद मौर्या, सुरेखा खटकी, पी. श्रीनिवास, जे.श्रीनिवास, गायत्री यादव समेत अन्य पार्षद मौजूद रहे।

विकास में न हो अवरोध, इसलिए नहीं किया हस्तक्षेप

पार्षद पीयूष ने कहा कि दो साल तक शहर सरकार के कार्यों में हमने हस्तक्षेप नहीं किया। हम कभी शहर विकास के कार्यों में अवरोध पैदा नहीं करना चाहते थे। इसकी वजह से शहर सरकार अपनी मनमानी कर रही है। यही नहीं, शहर की स्थिति खराब हो गई है। इसलिए विपक्ष ने फैसला किया है कि अब उन सारे विषयों में हस्तक्षेप करेंगे जिसमें शहर सरकार नाकाम है।

देश का पहला निगम जहां 101 रुपए में होता है अंतिम संस्कार

बैठक में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भिलाई देश का पहला निगम है जहां 101 रुपए में अंतिम संस्कार होता है। शहर सरकार और अफसरों की लापरवाही की वजह से अब निगम की साख पर दांव लग गया है। मृतकों के परिजनों को अंतिम संस्कार करने पर्याप्त लकड़ी नहीं मिल रहा है। लोग भटक रहे हैं। उन्हें मार्केट से लकड़ी लेना पड़ रहा है। अफसरों ने टेंडर प्रोसेस समय पर नहीं किया। इसकी वजह से मुक्तिधाम में लकड़ी नहीं है।

इन मुद्दों पर विपक्ष घेरेगा शहर सरकार

– स्मार्ट स्कूल योजना ठप: नेता प्रतिपक्ष ने कहा दो साल से मेयर स्मार्ट स्कूल योजना की घोषणा कर रहे है। लेकिन उसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जिन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के लिए चयन किया। उसकी हालात ठीक नहीं। वहां मूलभूत सुविधा तक नहीं है।

– आवारा कुत्तों को पकड़ने ठेका: शहर में आवारा कुत्तों का आतंक है। अब तक आवारा कुत्तों को पकड़ने ठेका नहीं हुआ। एमआईसी ने इसकी मंजूरी दे दी है, लेकिन निगम प्रशासन की ओर से इसमें देरी की जा रही है। अब इस मुद्दे को विपक्ष प्रमुखता से उठाएगा।

– पानी के लिए प्लानिंग: गर्मी में पेयजल संकट गहरा सकता है। इसको लेकर शहर सरकार की क्या प्लानिंग है? क्या निगम ने ऐसे वार्डों का चिन्हांकन  किया है, जहां पेयजल समस्या रहती है। अभी तक कोई प्लानिंग नहीं दिख रही है।

– सफाई का नया ठेका: अब तक सफाई का नया ठेका नहीं हुआ है। इस पर शहर सरकार को घेरने पूरी रणनीति बना ली गई है। नया ठेके के लिए बीते सामान्य सभा में चर्चा हुई है, मगर उसका भी पता नहीं।

क्या कहना है भिलाई महापौर देवेंद्र यादव और नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन का

भिलाई नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन ने कहा कि मेयर और उनकी एमआईसी को शहर की चिंता नहीं है। मुक्तिधाम में जलाने के लिए लकड़ी नहीं है। जो है उसे जलाने में 11 घंटे लग रहे हैं। पानी की समस्या गहराने लगा है, सफाई का ठेका नहीं हुआ है। आवारा कुत्तों का आतंक है, उसे पकड़ने ठेका नहीं हुआ। ऐसे कई मुद्दे है जिस पर मेयर को ध्यान देना था। आज कलेक्टर और आयुक्त से इसको लेकर चर्चा हुई है।

भिलाई नगर निगम के महापौर देवेंद्र यादव ने बताया कि अब चुनाव आ रहे हैं इसलिए विपक्ष ये सब कर रहा है। ये तो होते ही रहेंगे। जो अड़चने आ रही है, उसके लिए शासन द्वारा भेजे गए निगम आयुक्त जिम्मेदार है। मैं भिलाई को बेहतर बनाने के लिए लगा हूं। शहर की जनता ने जो जिम्मेदारी मुझे दी है, उसे मैं बेहतर तरीके से निभा रहा हूं।

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