Wednesday, July 18, 2018
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सुपेबेड़ा मामले पर नेता प्रतिपक्ष का ट्वीट, आखिर इस भयावह त्रासदी के लिए सरकार कितनी देर तक मूक दर्शक बनी रहेंगी?

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गरियाबंद। जिले के सुपेबेड़ा गांव के किडनी से मौत के मामले में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने सवाल उठाए है। दरअसल टीएस सिंहदेव ने इंडियन एक्सप्रेस के पोर्टल की खबर को ट्वीट कर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की है। सिंहदेव ने अपने ट्वीट में लिखा कि छत्तीसगढ़ के गरियांबद जिले के सुपेबेड़ा गांव के लोग बुरी हालात में रहने को मजबूर है। गांव में पिछले 8 सालों में 54 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हर दिन 10 लोग इस बिमारी से प्रभावित हो रहे है। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। ट्वीट में ये भी लिखा कि इस भयावह त्रासदी के लिए डॉ रमन सिंह की सरकार कितनी देर तक मूक दर्शक बने रहेंगे?

राज्यसभा में भी उठ चुका हैं मुद्दा

पीड़ित ग्रामीणों ने एक पत्र राज्यसभा सांसद छाया वर्मा को सौंपकर सुपेबेड़ा को ओडिशा में शामिल करने की मांग की थी। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने ग्रामीणों की मांग को छत्तीनसगढ़ के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सुपेबेड़ा में सरकार की योजनाओं का प्रभावशाली ढंग से क्रियान्वयन नहीं होने का भी आरोप लगाया था। उऩ्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उऩके मामले को वे पहले भी राज्यसभा में उठा चुकी हैं और यदि जरूरत पड़ी तो आने वाले समय में भी वे यहां के मामले को राज्यसभा में उठाने से पीछे नही हटेंगी।

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राज्यसभा सांसद छाया वर्मा को पत्र सौंपते हुए पीड़ित ग्रामीण

गौरतलब है कि सुपेबेड़ा में लगातार किडनी के मरीज मिल रहे हैं, जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग सक्रिय है। वहां पानी के स्रोत पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हर महीने ग्रामीणों की जांच की जा रही है। यहां पर 32 से ज्यादा लोगों की जान किडनी फेल होने के कारण गई है, जबकि 100 से अधिक ग्रामीणों में किडनी रोग पाया गया है।

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