भिलाई। बॉस्केटबॉल के द्रोणाचार्य अंतर्राष्ट्रीय बॉस्केटबॉल खिलाड़ी और कोच राजेश पटेल ने अपने कॅरियर में पहली बार इंदौर के बॉस्केटबॉल स्टेडियम में मैच खेला। प्रदर्शन इतना जबरदस्त था कि उनकी जॉब 1979 में खेल कोटे से बीएसपी में लग गई। 1985 से भिलाई में खिलाड़ी तैयार कर रहे थे।
बहुत कम लोगों को पता है कि बास्केटबॉल में शानदार खेल के बावजूद राजेश पटेल को इंडियन टीम में सिर्फ इसलिए जगह नहीं मिली थी क्योंकि उनकी हाइट कम (5 फीट 6 इंच) थी। इस बात से राजेश पटेल काफी निराश थे। हार नहीं मानी और 15 हजार खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी। 40 से अधिक इंटरनेशनल प्लेयर कोच राजेश पटेल ने तैयार किए।
कौन थे राजेश पटेल, पूरे सफर पर एक नजर…
– नेशनल टूर्नामेंट्स में 401 लड़कियों ने गोल्ड मेडल
– 102 लड़कियों ने सिल्वर, 97 लड़कियों ने ब्रांज मेडल पाए हैं।
– मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के उनके तैयार किए गए खिलाड़ी अब तक सब जूनियर, जूनियर और सीनियर कैटेगरी में 52 गोल्ड मेडल।
– 12 में सिल्वर मेडल, 17 में ब्रांज जीते हैं।
– एक कोच के तौर पर यह रिकार्ड पूरे देश में राजेश पटेल के नाम है। उनके सिखाए 30 महिला खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ सरकार ने 12 वर्ष में शहीद राजीव पांडे अवार्ड, 12 खिलाड़ियों को शहीद कौशल यादव अवार्ड दिया है।
– खुद पांच एशियन टीम में भारत के कोच बनाए गए।