रायपुर। जहां एक ओर टीएस सिंहदेव भाजपा के रमन सिंह की जीतने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर भूपेश बघेल जो कि कांग्रेस यानि की खुद की पार्टी की जीतने की बात करते हैं। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीएस सिंहदेव को यह पूरा विश्वास है कि कांग्रेस की हार होना तय है। ऐसे बयानों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल तो गिरता ही है। साथ में जनता का भी विश्वास पार्टी से उठ सकता है।
खैर इन बयानों से यह तो साफ हो जाता है कि कांग्रेस खेमा में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। जिसकी प्रतिक्रिया इन अलग-अलग बयानों के रुप में सामने आ रही है। हालांकि आगामी चुनाव नजदीक आ रहें हैं ऐसे में कांग्रेस के लिए यह अच्छी खबर नहीं है।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने अजीत जोगी के राजनंदगांव से चुनाव लड़ने के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अजीत जोगी पहले भी इस तरह का बयान देते आए हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। जोगी जी चाहे जो भी कहें, लेकिन हकीकत में वे राजनांदगांव से चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं। यह उनकी एक सोची-समझी रणनीति है जिसके तहत वह ऐसा कर रहे हैं। इस मामले में यदि सही मायने में बात कही जाय तो जोगी जी होईकोर्ट से बचने के लिए इस तरह का बयानबाजी कर रहे हैं।
इस मामले में उन्होंने यह भी कहा कि, राजनांदगांव सीट से मुख्यमंत्री हमेशा से प्रबल दावेदार रहे हैं और वे वहां से हर बार 35 हजार से अधिक वोटों से जीतते आ रहे हैं। इस नजरिये से देखा जाय तो अजीत जोगी के हारने और रमन सिंह के जीतने की प्रबल संभावना है।
वहीं रविवार को अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनाव लड़ने का बयान दिया गया था। प्रदेश में जोगी के इस बयान के बाद से ही राजनैतिक हलचल मची हुई थी। जिसको लेकर कई सारे बयान भी सामने आ रहे थे। जिसमें उनके बयान में कही गई बात को नकारा जा रहा था। जिसके बाद से अजीत जोगी ने अपने उस बयान पर मुहर लगाने के लिए 11 फरवरी को राजनांदगांव जाने की बात कर रहे हैं।
वहीं इसी मामले में भूपेश बघेल का कहना कुछ और ही है, उन्होंने कहा कि राजनांदगांव का चुनाव बेहद ही खास साबित होने वाला है। झीरम में हुए नक्सल हमले का जिक्र करते हुए भूपेश ने कहा कि सीबीआई जांच की घोषणा के बाद भी सरकार नींद से जागी नहीं है। इस मामले में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जो भी दोषी हैं, वो चुनाव जरूर हारेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस राजनांदगांव सीट से चुनाव अवश्य जीतेगी।
इस मामले में शायद अजीत जोगी हों या फिर डॉ. रमन सिंह हों, दोनों को कुछ खास फर्क पड़ता हो या फिर न पड़ता हो, लेकिन कांग्रेस को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि एक ही पार्टी के दो नेताओं के द्वारा की जा रही अलग-अलग बयानबाजी। जो कि पार्टी में किसी फूट की ओर संकेत करते हैं।