बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में स्थित गंगरुल थाना क्षेत्र में हुए 13 वर्षीय बालक के फर्जी एनकाउंटर मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट ने शासन से जवाब मांगा है. कोर्ट ने पूछा है कि शासन द्वारा गठित न्यायिक जांच टीम ने अब तक क्या जांच की है ?
ये है मामला ?
बीजापुर थाना क्षेत्र में आने वाले गंगरुल थाना अंतर्गत गांव के 13 वर्षीय एक बालक की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताकर बेटे की मौत को लेकर न्याय की गुहार लगाते हुए बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
बता दें कि ये एनकाउंटर साल 2016 में हुआ था, जब 13 वर्षीय बालक सोमारू पोट्ठाम अपने मित्रों के साथ खेलकर घर वापस लौट रहा था। तभी उस बीच गंगरुल पुलिस ने 13 वर्षीय बालक को नक्सली समझकर उसका एनकाउंटर कर उसे मार गिराया था।
बहरहाल, माता-पिता की याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सोमारू के शव को पुनः उत्खनन कर री-पोस्टमार्टम करने का आदेश जारी करते हुए शासन को न्यायिक जांच करवाने का आदेश दिया था। इस पर शासन ने हाईकोर्ट के आदेश प्राप्त होने के बाद न्यायिक जांच के लिए टीम का गठन किया था। इसी क्रम में बीते शुक्रवार को दोबारा सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने शासन से जवाब मांगा है कि अब तक जांच रिपोर्ट में क्या हुआ ?