नई दिल्ली। फ्रांस को 1998 के बाद दूसरी बार फीफा विश्व कप चैंपियन बनाने वाले 19 साल के स्टार स्ट्राइकर किलियन म्बाप्पे अपने खेल के साथ ही एक बहुत ही नेक काम के लिए सुर्खियों में हैं। रूस में हुए 21वें फीफा विश्व कप में ‘एमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का अवॉर्ड पाने वाले म्बाप्पे ने इस टूर्नामेंट से हुई 3.5 करोड़ की अपनी पूरी कमाई चैरिटी के लिए दान कर दिया है। फ्रांस के इस स्टार स्ट्राइकर ने फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया के खिलाफ 65वें मिनट में गोल दागकर अपनी टीम को 4-2 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस विश्व कप में यह उनका चौथा गोल था।
बीमार और दिव्यांग बच्चों के लिए दान की कमाई
उन्होंने इसी साल 10वीं कक्षा की परीक्षा भी पास की है। म्बाप्पे ने विश्व कप में जितनी भी कमाई की है, उसे ‘प्रीमियर्स डी कोर्डी’ चैरिटी संस्था को दान करने का फैसला किया है। यह संस्था बीमार और दिव्यांग बच्चों के लिए काम करती है। एम्बाप्पे पिछले ही साल जून में इस संस्था से जुड़े थे और उसकी गतिविधियों से काफी प्रभावित हुए थे। उनको रूस में संपन्न हुए फीफा विश्व कप 2018 में प्रति मैच 15 लाख 49 हजार रुपए फीस के रूप में मिला। उन्होंने कुल 7 मैच खेले जिससे यह रकम 1 करोड़ 8 लाख हुई। विश्व विजेता बनने पर म्बाप्पे को बोनस के रूप में 3 करोड़ 49 लाख रुपए मिले।