रायपुर। महिला शिक्षाकर्मी गंगा पासी जिन्होंने 14 अप्रैल को मुंडन के कार्यक्रम की घोषणा की थी। उन्होंने अपने मुंडन के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। भास्कर वर्ल्ड को खास बातचीत में गंगा पासी ने बताया कि कांग्रेस की महिला नेत्री शेषराज हरबंस के द्वारा महिला शिक्षाकर्मियों के मुंडन न कराने की अपील के बाद उन्होंने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया और इस नतीजे पर पहुंची कि यह मुंडन कार्यक्रम कराने का अभी उचित समय नहीं है और इसलिए वह सरकार को कुछ समय और देना चाहती है और फिलहाल उन्होंने अपने मुंडन का कार्यक्रम टाल दिया है साथ ही उन्होंने कहा है कि भविष्य में ऐसा कोई भी फैसला नवीन शिक्षाकर्मी संघ या शिक्षाकर्मी मोर्चा के ऐलान के बाद ही लेंगी। गौरतलब है कि महिला शिक्षा कर्मी गंगा पासी ने 14 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे बूढ़ा तालाब में मुंडन कराने का ऐलान कर सनसनी मचा दी थी और उसके बाद यह सवाल उठने लगा था क्या मध्यप्रदेश की तर्ज पर भी छत्तीसगढ़ में भी महिला शिक्षा कर्मी मुंडन कराएंगी ।
कांग्रेस नेत्री ने किया था महिला शिक्षाकर्मियों से अपील
गंगा पासी के ऐलान के बाद सरकार के किसी प्रवक्ता का तो कोई बयान नहीं आया था लेकिन कांग्रेस की जांजगीर-चम्पा जिला अध्यक्ष और अनुसूचित जाति विभाग की प्रदेश उपाध्यक्ष शेषराज हरबंस ने महिला शिक्षाकर्मियों से मार्मिक अपील की थी और सरकार को झुकाने के लिए मुंडन के बजाय कोई और रुख अख्तियार करने की अपील की थी जिसका असर हुआ है और अब महिला शिक्षाकर्मियों का मुंडन फिलहाल टल गया है।
महिला शिक्षाकर्मियों का मुंडन टालना बेहतर फैसला
इधर इस मुद्दे पर महिला शिक्षाकर्मियों से अपील करने वाली कांग्रेस नेत्री शेषराज हरबंस का कहना है कि महिला शिक्षाकर्मी बहनों ने जो फैसला लिया है वह स्वागत योग्य है सरकार को झुकाने के कई और तरीके हैं। महिला शिक्षाकर्मी बहने किसी के भी बहकावे में आकर कोई भी ऐसा बड़ा फैसला ना लें जिनसे उन्हें व्यक्तिगत क्षति हो। महिला शिक्षा कर्मी बहनों को लोकतंत्र में प्रदत्त समस्त हथियारों का उपयोग करना चाहिए और समय पर इस सरकार को अपनी ताकत दिखाना चाहिए।