सिरिया। अमरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने सीरिया में सैन्य कार्रवाई की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद अमेरिका ने कार्रवाई शुरु करते हुए उन जगहों पर निशाना बना रहे है जहां पिछले हफ्ते केमिकल अटैक हुए थे। डोनल्ड ट्रंप के मुताबिक इस सैन्य कार्रवाई में ब्रिटेन और फ्रांस भी अमेरिका का साथ दे रहा है।
सीरिया की सरकारी न्यूज़ एजेंसी ने दावा किया है कि हमले में अब तक 3 नागरिक घायल हो गए हैं। लेकिन अमेरिका का कहना है कि सिर्फ केमिकल हथियार के जखीरे पर अटैक किया जा रहा है। इस बीच रूस ने जवाबी हमले की चेतावनी दी है। खबरों के मुताबिक हमले से रूस और अमेरीका के बीच युद्ध के हालात बन सकते हैं।
पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका ने फिलहाल सीरिया में तीन ठिकानों पर हमले किए हैं। ये हैं…
– दमिश्क का रिसर्च सेंटर जहां केमिकल बायलोजिकल हथियार बनाए जाते हैं
-होम्स के पश्चिम में स्थित केमिकल हथियार का स्टोरेज सेंटर
-होम्स के पास एक कमांड पोस्ट जहां हथियारों का जखीरा भी है
इसके अलावा देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा “फ्रांस और ब्रिटेन के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान शुरू कर दिया गया है।” सीरियाई राजधानी दमिश्क के पास से विस्फोटों की खबरें मिल रही है।
सीरिया के सरकारी टेलीविजन पर भी अमेरिका के फ्रांस और ब्रिटेन के साथ मिलकर सीरिया पर हमला करने की खबरें दिखाई जा रही हैं।
पिछले दिनों सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले अंतिम शहर डौमा में हुए संदिग्ध रासायनिक हमले में लगभग सौ लोग मारे गए थे। 75 से अधिक लोगों का दम घुट गया, जबकि हजारों लोगों को सांस लेने में तकलीफ से जूझना पड़ा। इसने आरोप लगाया कि हेलीकॉप्टर से विषाक्त नर्व एजेंट सरीन से युक्त बैरल बम गिराया गया था।