दंतेवाड़ा। जिले के गदापाल में नक्सलियों ने एक बार फिर खूनी खेल खेला है। मंगलवार की रात मुसकेल गांव में नक्सलियों ने एक पूर्व आरक्षक की धारदार हथियारों से हत्या कर दी है। पूर्व आरक्षक का नाम बामन मरकाम बताया जा रहा है। बामन मरकाम ने नक्सलियों का साथ छोड़कर पुलिस की नौकरी जॉइन की थी।
बस्तर रेंज के डीआईजी पी. सुंदरराज ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि बामन मरकाम पूर्व नक्सली था और शासन के द्वारा चलाई जा रही पुनर्वास नीतियों और विकास कार्यों से प्रभावित होकर उसने नक्सलियों का साथ छोड़ दिया था। बाद में उसने SPO के रूप में पुलिस के साथ काम करना शुरू किया था।
बामन मरकाम की योग्यता को देखते हुए उसे SPO से आरक्षक के पद पर पदोन्नति दी गई थी लेकिन शायद पारिवारिक और दूसरे व्यक्तिगत कारणों के चलते वो लगातार अपनी ड्यूटी से गैरहाज़िर चल रहा था। 4 महीने पहले अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए बामन मरकाम को पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। बता दें एक साल पहले माओवादी संगठन से तौबा किया था।
दंतेवाड़ा पोलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और पूर्व नक्सली और आरक्षक, बामन मरकाम की हत्या की जांच में जुट गई है।