रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह सत्र 6 जुलाई तक यानि 5 दिनों तक चलेगा। सत्र के दौरान राज्य सरकार ने अनुपूरक बजट और तीन संशोधन विधेयक पेश करने की सूचना विधानसभा सचिवालय को दी है। सत्र के पहले दिन दिवंगत पूर्व सदस्यों को सदन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। सत्र के दौरान कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव लाने पर सहमति बन गई है।
बजट सत्र के दौरान अगस्त में मानसूत्र सत्र की तिथि प्रस्तावित की गई थी, लेकिन चुनावी साल होने की वजह से अब सत्र का आयोजन जुलाई में गई है। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों की तगड़ी घेराबंदी सदन में देखने को मिल सकती है। मानसून सत्र के ठीक बाद चुनाव होने हैं। ऐसे में विपक्ष हर मुद्दे को सदन में उठा सकता है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह बहुत छोटा सत्र है। विधायक दल की बैठक 1 जुलाई हुई, जिसमें सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की रणनीति तय की जाएगी। विधायक दल की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया गया। चुनावी वर्ष को ध्यान में रखते हुए विपक्ष मानसून सत्र के दौरान अपनी भूमिका निभाएगा।
वहीं सत्तापक्ष का दावा है कि विपक्ष के सवालों का आक्रामक ढंग से जवाब दिया जाएगा। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि सदन में जो भी मुद्दे उठेंगे उस पर सार्थक चर्चा कराई जाएगी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इसी साल के अंत में विधानसभा की 90 सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं। लगातार 15 सालों के छत्तीसगढ़ की सत्ता पर काबिज मुख्यमंत्री रमन सिंह चुनावों के देखते हुए इन दिनों विकास यात्रा पर हैं। बीजेपी की इस विकास यात्रा का पहला चरण 12 मई से 11 जून तक और 16 अगस्त से 30 सितंबर तक यात्रा का दूसरा चरण होगा। वहीं, 13 मई से कांग्रेस ने भी दंतेवाड़ा जिले से विकास खोजो यात्रा की शुरुआत की है, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि और संगठन के लोग शामिल हैं।