Saturday, December 22, 2018
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Exclusive: शिक्षाकर्मियों ने लिया वॉल पेंटिंग का सहारा, लोग देख रहे रुक-रुक कर नजारा

Exclusive: Shikshakarmarmis took the help of wall painting, People Viewing Stop-Viewing

रायपुर। कहते हैं एक आईडिया पूरी दुनिया बदल देता है और अब प्रदेश के शिक्षाकर्मी कुछ इसी तर्ज पर हर दिन एक नया आईडिया लेकर आ रहे हैं जो सरकार के ऊपर दबाव बनाने का काम तो कर ही रहा है साथ ही शिक्षाकर्मियों को भी पूरी तरह एकजुट करने का काम कर रहा है। यही कारण है कि गांव देहात से लेकर राजधानी तक शिक्षाकर्मियों को उनके परिजनों का खुला समर्थन मिल रहा है और अब अपनी नई रणनीति के तहत प्रदेश संचालक संजय शर्मा के आव्हान पर प्रदेशभर के शिक्षाकर्मियों ने अपने क्षेत्र के दीवारों पर “विधानसभा मिशन लक्ष्य संविलियन” लिखवाना शुरू कर दिया है प्रदेश के शिक्षाकर्मी मोर्चा के संचालक संजय शर्मा के एक आव्हान पर सरगुजा से बस्तर तक यह मुहिम कुछ ही घंटों में फैल गई और देखते ही देखते दीवारें इन पोस्टरों से रंगने लगी यह वॉल पेंटिंग क्षेत्र के नागरिकों के लिए भी उत्सुकता का विषय बना हुआ है। और वह खड़े होकर ध्यान से वॉल पेंटिंग को देखते हैं और इसके विषय में जानकारी लेते हैं ।

सरगुजा से हुई शुरुआत बस्तर तक पहुंची कुछ ही घंटों में

डिजिटल युग में सूचना क्रांति का उपयोग शिक्षाकर्मी ही बेहतर तरीके से कर रहे हैं भले ही वह इसका प्रयोग अपने आंदोलन के लिए कर रहे हैं। पर जितनी तेजी से वह एक आईडिया को प्रदेश भर में अपने मुहिम के तौर पर बदल दे रहे हैं वह काबिले तारीफ है प्रदेश संचालक संजय शर्मा की तरफ से आव्हान होते ही सरगुजा मैनपाट के मीडिया प्रभारी कमलेश सिंह ने सबसे पहले इस का जिम्मा उठाया और देखते ही देखते कई दीवारें वॉल पेंटिंग से सज गई इसके बाद जांजगीर मुंगेली बस्तर रायगढ़ समेत कई जिलों से फोटो सोशल मीडिया पर आने लगी और देखते ही देखते इस अभियान ने जोर पकड़ लिया।

अभियान के विषय में बताते हुए शिक्षाकर्मी मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने कहा है कि हमने अपनी मांग सरकार और समाज तक पहुंचाने के लिए अलग-अलग माध्यम से आवाज उठाने का निर्णय लिया है इसी के तहत यह अभियान शुरू किया गया है हमने महापंचायत के अपने कार्यक्रम में 26 मई को प्रदेश के 90 विधानसभा में संकल्प सभा के आयोजन का ऐलान किया है और उस दिन शिक्षाकर्मियों की सभी समस्याओं पर चर्चा होगी और शिक्षाकर्मी इस की पूर्ति के लिए संकल्प लेंगे…. शिक्षाकर्मियों की समस्या का एकमात्र निराकरण प्रदेश के एक लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों का एक साथ बिना किसी वर्ष बंधन के वेतन विसंगति को दूर करते हुए मूल शिक्षा विभाग में संविलियन है जिसे सरकार को तत्काल प्रभाव से करते हुए शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहिए।

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