रायपुर। राजधानी के निखिल तोमर ने बेंगलुरु से मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के बाद जॉब सीकर की बजाय जॉब क्रिएटर बनने की ठानी है। यही कारण है कि आज वह रायपुर जैसे उभरते स्मार्ट सिटी में अपनी एक अलग पहचान बना रहे है। न सिर्फ पहचान बनायी बल्कि 450 से अधिक युवाओं को रोजगार भी दे चुके हैं। तेजी से विकसित हो रहे रायपुर शहर में कॉर्पोरेट कल्चर को समझते हुए निखिल तोमर ने खुद की हॉस्पिटैलिटी कंपनी एडिली खोली। वही इस कंपनी में दसवीं से लेकर इंजीनियर और ग्रेजुएट्स तक के युवाओं को साढ़े सात हजार से लेकर 32 हजार तक मासिक वेतन दे रहे हैं।
जॉब सीकर की बयाए जॉब क्रिएटर बने
मैनेजमेंट कोर्स के बाद लोग मल्टीनेशनल कंपनीज में अच्छे पैकेज पर नौकरी की ख्वाहिश करते हैं। लेकिन रायपुर के निखिल तोमर इससे इत्तेफाक नहीं रखते। निखिल ने बेंगलुरु से मैनेजमेंट करने के बाद जॉब सीकर की बजाय जॉब क्रिएटर बनने की ठानी। उन्होंने रायपुर शहर में तेजी से विकास होते कॉरपोरेट कल्चर में संभावनाएं तलाशने शुरू की और खुद की हॉस्पिटैलिटी कंपनी एडिली को लांच किया। आज निखिल तोमर प्रदेश के 450 युवाओं को रोजगार दे चुके हैं। कंपनी में काम करने वाले दसवीं से बारहवीं तक के युवा अपनी योग्यता अनुसार साढ़े सात हजार से लेकर 32 हजार तक महीने की तनख्वाह पा रहे हैं।
इन जगहों पर देते है सेवाएं
एडिटी में काम करने वाले विभिन्न प्रोफेशनल स्किल मैन पावर के जरिए निखिल रायपुर में संचालित हॉस्पिटल्स वेदांता कैंसर हॉस्पिटल, संजीवनी व रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल समेत नया रायपुर के सरकारी कार्यालयों, महानदी भवन, पर्यावरण भवन, एनआरडीए आदि में कैंटीन, हाउस कीपिंग और इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस आदि की बेहतर सर्विसेज देते हैं। इसके लिए निखिल ने अपनी कंपनी में दसवीं पास से लेकर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स तक के लगभग 450 युवाओं को नौकरी दी है।
पूरे प्रदेश में विस्तार करने की प्लानिंग
निखिल जल्द ही अपनी कंपनी का पूरे प्रदेश में विस्तार करना चाहते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपनी कंपनी में नौकरी दे सके। एडिली में काम करने वाले कई बेरोजगार युवा जो कल तक एक अदद नौकरी की तलाश में दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में भटक रहे थे। आज वह अपने ही प्रदेश में ही अच्छी नौकर व तनख्वाह के साथ काम कर रहे हैं।
डिप्लोमा कर बैठे थे खाली अब बने टेक्नीशियन
जांजगीर के परसदा के रहने वाले किशोर वर्मा बताते हैं कि उन्होंने इलेक्ट्रिकल का डिप्लोमा कर जॉब की तलाश में थे। वही किशोर दूसरे राज्यों में जाना नहीं चाहते थे। अपने राज्य में ही नौकरी की तलाश में थे। कई महीनों तक खाली बैठने के बाद नितिन तोमर से मुलाकात हुई। जहां निखिल ने योग्यता के मुताबिक 11 हजार रुपए मासिक सैलरी में इलेक्ट्रिकल टेक्नीशियन की नौकरी दी।
नौकरी ना मिलने की हताशा खतरनाक, इसलिए शुरू की अपनी खुद की कंपनी
निखिल कुमार का कहना है कि काम के अभाव में कई बेरोजगार युवा प्रतिभाशाली होते हुए भी निराश हो जाते हैं। कई तो गलत राह भी पकड़ लेते हैं। इसलिए मेरा फोकस पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब करने के बजाय जॉब क्रिएटर बनने पर फोकस था। वही प्रदेश के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके निखिल तोमर कहते हैं कि अन्य प्रोफेशनल्स युवाओं को भी नौकरी की बजाय पढ़े लिखे ग्रामीण युवाओं के कौशल का सकारात्मक उपयोग कर उन्हें रोजगार देने का प्रयास करना चाहिए। इससे वे स्वयं की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने बताया इस काम को करने से उन्हें बहुत सुकून मिलता है जो उन्हें किसी रोजाना की 10 से 5 की नौकरी में कभी नहीं मिल सकता था।
खेती के साथ अब नौकरी भी कर रहा गुलशन
आरंग का रहने वाला गुलशन सिर्फ नौवी तक पढ़ाई की है किसानी में ज्यादा फायदा नहीं था। तो काम के लिए रायपुर आ गए और एडिली कंपनी से जुड़ने के बाद आज गुलशन हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट में साढ़े सात हजार मासिक वेतन पर काम कर रहे हैं। साथ ही छुट्टी में गांव जाकर खेती भी करते हैं।
फैसिलिटी मैनेजर बन नया रायपुर में 28 हजार कमा रहे पिंटू
नया रायपुर स्थित एनआरडीए बिल्डिंग में फैसिलिटी मैनेजर के तौर पर काम करने वाले पिंटू हालदार की नियुक्ति भी निखिल की हॉस्पिटैलिटी कंपनी के जरिए हुई। पिंटू वर्तमान में ₹28000 तक का मासिक वेतन प्राप्त कर रहे हैं।
न्यूज़ पोर्टल से समाज में मिली नई पहचान
छत्तीसगढ़ के सबसे विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल भास्कर वर्ल्ड डॉट काम (bhaskarworld.com) के फाउंडर निखिल तोमर बताते है कि जब से न्यूज पोर्टल शुरु किया है। तब से उन्हे समाज में एक नई पहचान मिली है। दरअसल नए मीडिया से जुड़ कर उन्होंने छत्तीसगढ़ में एक अपना नया आयाम स्थापित किया है इस न्यूज़ पोर्टल से छत्तीसगढ़ समेत देश-विदेश की खबरों को प्रकाशित होती हैं। न्यूज़ पोर्टल रायपुर से संचालित है जिसमें करीब 10 से 12 युवाओं को रायपुर में नौकरी दी है साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी पत्रकारों की नियुक्ति की जा रही है।