रायपुर। राजधानी रायपुर में डूंडा इलाके में स्थित गर्ल्स स्कूल के पास शराब दुकान की शिफ्टिंग को लेकर ग्रामीणों का विरोध दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। इससे आसपास के ग्रामीणों और बच्चियों को स्कूल भेजने वाले अभिभावकों में खासा आक्रोश है। वहीं ग्रामीणों के इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं और स्कूली छात्र शामिल हुए। बता दें कि स्कूल के पास शराब की दुकान शिफ्ट किए जाने के बाद बीते सोमवार को भी ग्रामीणों ने शराब दुकान नहीं खुलने दी। साथ ही शराब दुकान खुलने का जमकर विरोध किया।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक शराब दुकान को स्कूल के पास से हटाया या बंद नहीं किया जाता, तब तक उनका यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा का कहना है कि सरकार ने नियम बनाया था कि रिहायशी इलाकों से 100 मीटर की दूरी पर शराब की दुकानें खोली जाएंगी। लेकिन यहां तो सरकार ही अपने नियमों का पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आबकारी नियम के तहत भी किसी भी जगह पर शराब की दुकान खोलने से पहले वहां की जनता से राय लेना जरूरी होता है। साथ ही इस संदर्भ में सूचना चस्पा और आपत्तियों पर विचार विमर्श करने बाद ही इस तरीके की दुकान खोलने व्यवस्था करनी चाहिए।
वहीं सरपंच संदीप यदु ने शराब दुकान बंद न किए जाने पर आंदोलन जारी रखने की बात कही है। हालांकि अभी उनसे बात करने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।
गौरतलब है कि बीते 1 अप्रैल को डूंडा इलाके में शराब दुकान को स्कूल के पास शिफ्ट किए जाने के विरुद्ध आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर इसका विरोध किया था। ऐसे में अब तक किसी के सुध न लिए जाने पर ग्रामीणों का विरोध जारी है।