रायपुर। नौकरी करने या पढ़ाई करने पड़ोसी राज्य का रुख करना आम बात है लेकिन कोई पानी भरने पड़ोसी राज्य जाए ये बात चौंका देती है। जी हां छत्तीसगढ़ के पेंड्रा के स्थानीय लोग पानी लेने पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश जाते हैं। दिन में कई बार उन्हें दूसरे राज्य का दौरा करना पड़ता है।
चुनाव से पहले राज्य में विकास के नाम पर जमकर राजनीति हो रही है। कोई विकास ढूंढने तो कोई विकास देखने की बात कर रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर विकास की क्या हकीकत है ये पेंड्रा वासियों से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है। यहां के लोग कई किलोमीटर चल कर पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश से पानी लाने जाते हैं।
सरकार की विकास के दावे यहां आकर अपनी जमीन खो बैठते हैं। ग्रामीण इलाकों का सूरत-ए-हाल बयां करता है कि विकास इन सड़कों, इन पानी के सूखे कुओं और हैंड-पंपों तक नहीं पहुंच सका है।