रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे (जेसीसीजे) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) में सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के संस्थापक अजीत जोगी और बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी वाजपेयी की शनिवार को सागौन बंगले में मुलाकात हुई। 26 सितंबर को दोनों पार्टियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी होगी।
जेसीसीजे के मुखिया अजीत जोगी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह गठबंधन छत्तीसगढ़ के लोगों के हित में किया गया है। दोनों दलों की ज्वॉइंट मीटिंग में सभी सीटों को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बैठक में मनभेद और टकराहट की कोई बात नहीं है। अभी केवल 45 सीटें ही बंटी हैं जबकि गठबंधन में हमें 55 सीटें मिली है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। ज्यादा कठिनाई नहीं है। यदि ऐसा हुआ भी तो केवल हल्का- फुल्का ही बदलाव हो सकता है। एक दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
बसपा अध्यक्ष ओपी वाजपेयी ने बताया, ‘बहन मायावती ने कहा है अगर क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन से जुड़ना चाहे तो उन्हें साथ ले लें। इस विषय पर क्षेत्रीय पार्टियां से चर्चा होगी। उधर भाजपा का कहना है कि गठबंधन का फैसला कांग्रेस के लिए झटके की तरह है। जोगी पर राज्य की जनता विश्वास नहीं करने वाली।