धमतरी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चन्द्राकर के प्रयासों से जिले के कुरूद ब्लॉक के दरबा गांव में सहकारी बैंक की नवीन शाखा खोलने की अनुमति मिली है। इसका आदेश पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के CEO को भेज दिया है। नवीन शाखा के लिए प्रस्तुत आवेदन में दरबा शाखा के कार्यक्षेत्र की मड़ेली, जामगांव, करगा और दरबा समितियां को शामिल करने का आग्रह किया गया था। इस सहकारी बैंक की नवीन शाखा खुलने से अब क्षेत्र के करीब सवा लाख किसानों और ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा।
मई 2016 में भेजे गए थे प्रस्ताव, मंत्री चंद्राकर के प्रयास से पूरी हुई मांग
जिला सहकारी बैंक के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्रवासियों और किसानों की मांग पर मई 2016 में दरबा में सहकारी बैंक की शाखा खोलने के लिए प्रस्ताव भेजा था। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के पास प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। वहीं कृषि शाख सहकारी समितियों और क्षेत्र के किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए मंत्री अजय चन्द्राकर ने इसमें विशेष रूचि ली। अजय चन्द्राकर के गंभीर प्रयासों से दरबा में सहकारी बैंक की नवीन शाखा खोलना संभव हो पाया है।
आपको बता दें पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने 31 मार्च को प्रदेश में केवल दो बैंक खोलने की अनुमति प्रदान की है। जिसमें एक धमतरी जिले दरबा गांव और दूसरा दुर्ग जिले के खण्डसरा गांव शामिल हैं।
बैंकों के लिए नहीं जाना होगा 10 किलोमीटर दूर
दरबा में सहकारी बैंक की स्वीकृति मिल जाने से अब किसानों को बैंक संबंधी काम-काज के लिए 20 किलोमीटर दूर मरौद जाना नहीं पड़ेगा। उन्हें लगभग 10 किलोमीटर पर ही दरबा शाखा के अंतर्गत प्राथमिक कृषि शाख सहकारी समितियों को बैंकिंग सुविधा का लाभ मिलेगा। किसानों को इस बैंक के जरिए उनके डीएमआर खातों का संचालन, शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अनुदान की राशि, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, बोनस भुगतान, व्याज अनुदान सहायता, बीमा दावा, फसल क्षती पूर्ति आदि का भुगतान इस बैंक शाखा के माध्यम से किया जाएगा।