नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा भारत के नक्शे पर रोशनी की दो तस्वीरें शेयर करने के बाद ट्विटर पर यूजर्स के एक धड़े द्वारा उन्हें काफी ट्रोल किया गया था, जिसके बाद अब उन्होंने खुद अपने ट्वीट को लेकर सबूत पेश किए हैं। गोयल ने सोशल मीडिया पर बताया कि उनके द्वारा शेयर की गई तस्वीरें फेक नहीं हैं और वह नासा के द्वारा जारी की गई तस्वीरें ही हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए दो न्यूज लिंक भी शेयर किए हैं, जिनमें बिजली को लेकर साल 2012 और 2016 के बीच का अंतर बताया गया है।
गोयल ने कहा, ‘रात में चमकते भारत की तस्वीरें नासा की तरफ से जारी की गई हैं और इनमें कुछ भी फेक नहीं है। नेशनल ज्योग्राफिक ने भी इस डाटा का विश्लेषण किया है।’ गोयल द्वारा शेयर की गई न्यूज़ लिंक में एक लिंक नासा की है और दूसरी नेशनल ज्योग्राफिक की है। गोयल द्वारा इस ट्वीट में भी चमकते भारत की दो तस्वीरें शेयर की गई हैं, जिनमें से एक में लिखा है कि यह तस्वीर साल 2012 से पहले की है और दूसरी तस्वीर अप्रैल 2017 की है, इन दोनों को ही नासा ने जारी किया है।
There is nothing fake about the latest NASA images depicting the humongous change in India's brightness at night. National Geographic also analysed this data and credited rural electrification among other factors.
Link1: https://t.co/kCIqdxCFV2
Link2: https://t.co/u806nZ5tSq pic.twitter.com/y19NwhD6hC— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) April 30, 2018
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी गांवों में बिजली पहुंचने की बात कहे जाने के बाद गोयल ने ट्वीट कर दो तस्वीरें शेयर की थीं और लिखा था कि पीएम मोदी के नेतृत्व में तय सीमा के अंदर ही सभी गांवों में बिजली पहुंचाई गई। उनके इस ट्वीट में रात में रोशनी से चमकते भारत की दो तस्वीरें बिफोर और आफ्टर कैप्शन के साथ लगाई गई थीं। इसी ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े ने उन्हें ट्रोल कर दिया था। लोगों ने तस्वीरों को फर्जी बताकर कहा था कि क्या ये नासा से जारी की गई हैं। एक ने लिखा था कि इस तरह की फर्जी तस्वीरें हम दिवाली पर देखा करते हैं।
बता दें कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2015 को लालकिले की प्राचीर से कहा था कि एक हजार दिनों के अंदर 18 हजार से अधिक गांवों में बिजली पहुंचाई जाएगी। 28 अप्रैल को मणिपुर के सेनापति जिले के आखिरी लीसांग गांव में भी बिजली पहुंच गई। इस गांव को नेशनल पावर ग्रिड से जोड़ दिया गया। 28 अप्रैल को सरकार ने दावा किया कि देश के सभी 597,464 गांवों में अब बिजली पहुंच गई है। पीएम मोदी ने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा था कि सरकार ने लक्ष्य को पूरा कर लिया है।