बिलासपुर। यूं तो राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को चार्ज करने तथा कांग्रेसियों को एकता का पाठ पढ़ाने आए थे, लेकिन बिलासपुर में हुआ इसका उल्टा। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे में बिलासपुर में रात्रि विश्राम तथा अगले दिन बहतराई स्टेडियम में संवाद कार्यक्रम आयोजित था। जिसमें बिलासपुर संभाग के सभी जिलों के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से राहुल संवाद करते। कार्यक्रम को सफल बनाने का ज़िम्मा पीसीसी सचिव अटल श्रीवास्तव तथा रायपुर के कांग्रेस नेता राजेश तिवारी को दिया गया था। कार्यक्रम अपने तय समय से एक घंटे देरी से शुरू हुआ लेकिन ऐन वक्त में साउण्ड सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से कार्यक्रम को लगभग पचास मिनट में समाप्त कर दिया गया। इसके लिए बकायदा प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया ने कार्यकर्ताओं से माफी मांगते हुए कहा कि यह राहुल गांधी के अनुरूप कार्यक्रम नहीं था। और बताया तो यह भी जा रहा है कि बेतरतीब व्यवस्था एवं कम भीड़ से नाराज राहुल गांधी ने भूपेश बघेल व पुनिया को फटकारा भी है।
इतना सब होने के बाद बिलासपुर में कई गुटों में बंटी कांग्रेस के दूसरे गुट वाले कहां चुप बैठने वाले थे,ये हाल तो ऐसा था मानों उनकी मुराद पूरी हो गई। बिलासपुर विधानसभा से दावेदार अटल श्रीवास्तव के विरोधियों ने कार्यक्रम के समाप्त होते ही लगे बरसने तथा शाम तक पूरे सोशल मीडिया में इसका ठीकरा अटल पर फोड़ते हुए उनके दावेदारी पर भी प्रश्न चिन्ह लगाने लगे। बात यहीं तक समाप्त नही हुई थी, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के कुछ नए तथा पुराने नेताओं ने अखबार के कार्यालयों तक में संपर्क कर कार्यक्रम की असफलता पर जोर देने की गुहार लगाई थी।