रायपुर। नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने आज छत्तीसगढ़ के नक्सल हिंसा पीड़ित दंतेवाड़ा जिले का दौरा किया। उन्होंने जिले में बच्चों, युवाओं, किसानों और महिलाओं से बातचीत की और उनकी उन्नति के लिए शासन-प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं को देखा।
अमिताभ कांत जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा के नजदीक ग्राम जावंगा स्थित एजुकेशन सिटी में दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित सक्षम आवासीय विद्यालय सहित परिसर में चल रहे बीपीओ कॉल सेन्टर, आस्था विद्यालय में चल रहे सुपर स्मार्ट क्लास रूम और विज्ञान वाचनालय भी पहुंचे। सक्षम विद्यालय में उन्होंने फिजियोथैरेपी कक्ष और बच्चों के शयन कक्षों का भी अवलोकन किया। नीति आयोग के सीईओ ने दंतेवाड़ा के शासकीय जिला अस्पताल और लाईवलीहुड कॉलेज का भी अवलोकन किया। उन्होंने ग्राम कारली पहुंचकर मधुमक्खी पालन तथा जैविक खेती कर रहे किसानों से भी मुलाकात की।
एजुकेशन सिटी परिसर में स्थित सक्षम विद्यालय में उन्होंने दिव्यांग बच्चों से बातचीत की और बच्चों के मन में उपजे विभिन्न सवालों का जवाब भी दिया। अस्थिबाधित छात्र किशन मंडावी ने कहा कि सर, मुझे आपकी तरह अधिकारी बनना है, क्या करना पड़ेगा? इस पर सीईओ श्री कांत ने कहा कि आप सभी केा संस्था में पढ़ाई का अच्छा वातावरण मिला है। पूरी इच्छाशक्ति के साथ सच्ची लगन व मेहनत से पढ़ाई करनी है। जरूर सफल बनोगे। उन्होंने बच्चों से यह भी कहा कि आप सब भी पढ़ाई के साथ खेल भी खेलें। अमिताभ कांत ने संस्था अवलोकन कि बाद यहां सफाई व्यवस्था की भी तारीफ की। सुपर स्मार्ट क्लास में छात्रा ने प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई करके दिखाया। उन्होंने हाइटेक पढ़ाई को देख प्रसन्नता जाहिर की।
उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए, कहा कि आप सभी अच्छे से पढ़ाई कर हमेशा आगे बढ़ो। श्री कांत ने इस बात पर खुशी जताई कि बीपीओ कॉल सेंटर में इस वर्ष जून माह तक एक हजार युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। वर्तमान में वहां 700 युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं।
अमिताभ कांत ने जिले के ग्राम हीरानार के कड़कनाथ मुर्गा पालन कैम्प को भी देखा। वहां उन्होंने कड़कनाथ कुक्कुट पालन कर रही महिला समूहों से मुलाकात की। कड़कनाथ कुक्कुट पालन से हो रहे फायदे के संबंध में महिलाओं ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। ग्राम कासोली की इंद्रावती स्वसहायता समूह की महिला चंपा अटामि ने बताया कि उनका समूह कड़कनाथ कुक्कुट पालन के साथ-साथ मशरूम की खेती और मिनी राइस मिल तथा ई-रिक्शा चलाने का काम भी कर रहा है। इससे महिलाओं को अच्छी आमदनी हो रही है। सबसे ज्यादा आमदनी हमें कड़कनाथ कुक्कुट पालन से हो रही है। इस पर नीति आयोग के सीईओ ने खुशी प्रकट की। उन्होंने ई-रिक्शा चलाने वाली महिलाओं से भी मुलाकात की। जब उन्हें यह जानकर भी प्रसन्नता जताई कि वहां 100 से ज्यादा महिलाओं ने ई-रिक्शा चलाते हुए आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया है। उन्होंने बेहद खुशी जाहिर की। ई-रिक्शा चलाने वाली महिला सविता ने भी अपने अनुभव साझा किए। श्री कांत ने महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए दंतेवाड़ा जिले में किए जा रहे इन कार्यों की नीति आयोग के सीईओ ने सराहना की और कहा कि आप सभी अच्छे से काम कर अपनी आमदनी को बढ़ाएं। अच्छा काम करने वाली 50 महिलाओं को नीति आयोग द्वारा दिल्ली बुलाया जाएगा।
इस अवसर पर नीति आयोग के सलाहकार राकेश रंजन, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव मुकेश बंसल, कलेक्टर दंतेवाड़ा सौरभ कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।