नई दिल्ली। पब्लिक इशू सोशल फाउंडेशन PISF के चैयरमेन और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने नई दिल्ली आयोजित इंटरनेशनल सेमीनार में छत्तीसगढ़ का प्रतिनित्व किया। दरअसल राजीव गांधी स्टडी सर्कल द्वारा दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज में “लैगिक संवेदनशीलता समानता और नारी सशक्तिकरण” विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से PISC के चैयरमेन का वक्ता के रुप में बुलाया गया। जहां पर नितिन भंसाली ने इस एक दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार में छत्तीसगढ़ से प्रतिनिधत्व करते हुए “नक्सलवाद ओर आदिवासी महिलाएं – बस्तर एक अध्यन” विषय पर अपना व्याख्यान दिया। वहीं छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की समस्या और समाधान पर विस्तृत रुप से जानकारी दी।
नितिन भंसाली ने अपने व्याख्यान में कहा कि बस्तर में नक्सलवाद की वजह से वहां रहने वाली आदिवासी महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार, शोषण, अशिक्षा और राज्य सरकार की नाकामियों जैसे विषयों पर प्रकाश डाला। साथ ही बस्तर के नारायणपुर में रहने वाली युवती राजेश्वरी सलाम जिसने 3 वर्षो पूर्व मानव तश्करी से 54 लड़कियों को मुक्त कराने वाली घटना का जिक्र भी किया। वहीं उन्होंने शासन द्वारा उसको कोई भी मदद नहीं देने की बात की जानकारी देते हुए RGSC मंच के माध्यम से राजेश्वरी को सरकारी नौकरी, जमीन, सुरक्षा और राजेश्वरी को राष्ट्रपति वीरता पुरष्कार दिए जाने की मांग केंद्र सरकार से की। नितिन भंसाली ने बताया कि लैगिक संवेदनशीलता समानता और नारी सशक्तिकरण विषय पर RGSC द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय सेमिनार में देश और विदेश से आये बुद्धिजीवीयों ने हिस्सा लिया जिसमें कई गंभीर विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।