रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे शुचिता योजना में राज्य शासन द्वारा अब गर्ल्स स्कूल के साथ-साथ अब कॉलेजों को भी जोड़ने का निर्णय लिया गया है। दरअसल आगामी सत्र से प्रदेश के सभी विद्यालयों के साथ-साथ महाविद्यालयों में भी सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन और भस्मक मशीन लगाए जाएंगे। जिससे प्रदेश की 10 लाख से अधिक छात्राओं को इस योजना का लाभ मिल सकेगा। अगले इस साल के बजट में योजना के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
गौरतलब है कि 24 जनवरी 2017 को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा इस योजना की शुरुआत की गयी थी। इस योजना का उद्देश्य किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान संक्रमण से बचाव् के लिए सेनेटरी नेपकिन के इस्तेमाल के लिए जागरुक और प्रेरित करना है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यूरोपीय संघ की साझेदारी के साथ वर्ष 2015-16 में इस कार्यक्रम का प्रस्ताव स्वीकृत कराया गया था। इस योजना के तहत प्रदेश के 20 जिलों के 2022 शासकीय शालाओं में सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन और भस्मक मशीन की स्थापना की जाएगी।
जिससे तीन लाख से अधिक बालिकाओं को इसका लाभ मिल रहा है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अशासकीय स्कूलों द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क भी किया गया। इस योजना की सफलता को देखते हुए अब इसका विस्तार कर महाविद्यालयों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है।