रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को जनदर्शन कार्यक्रम की नए साल में नए युग की नई तकनीक के साथ नए तरीके से ई-जनदर्शन के रुप में आज शुरुआत की गई है। ई-जनदर्शन की शुरुआत छत्तीसगढ़ के सबसे दूरस्थ जिले जशपुर से की गई है। वहां आठ अलग-अलग विकासखण्ड मुख्यालयों में बैठे हुए लोगों से सीधे बातचीत किया गया। जशपुर जिले में कलेक्टर सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। राजधानी रायपुर में मेरे साथ मुख्य सचिव सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। पूर्वान्ह 11 बजे से एक बजे तक उनसे लगातार बातचीत होती रही। प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से लगभग तीन सौ, साढ़े तीन सौ लोग जनदर्शन में शामिल हुए। उनकी समस्याओं का सीधे समाधान हुआ। जशपुर में स्व सहायता समूह की महिलाएं उत्साह के साथ काम कर रही हैं। उन्हें परिवहन के क्षेत्र से कैसे जोड़ा जा सकता है। वहां पंचायतों में डबरी निर्माण की ज्यादा उत्सुकता लोगों ने दिखायी। ज्यादा से ज्यादा डबरियां बने, ताकि वहां मछली पालन को बढ़ावा मिले। जशपुर जिले में कनेक्टिविटी और कौशल उन्नयन की काफी मांग आयी। कौशल उन्नयन में जशपुर माडल जिले के रुप विकसित हुआ है।
ई-जनदर्शन का यह फायदा मिला कि पहले लगभग चार सौ किलोमीटर का सफर तय करके एक सीमेंट कांक्रीट सड़क के लिए जशपुर से लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों को रायपुर आना पड़ता था। बुधवार को यहीं बैठे-बैठे उनकी बहुत सी समस्याओं का समाधान हुआ। उनसे जिले की जानकारी लेने का अवसर भी मिला। नई तकनीक के साथ ई-जनदर्शन की सफल शुरुआत हुई है, आगे भी ई-जनदर्शन जारी रहेगा। विकासखंड मुख्यालय मनोरा में राज्य महिला आयोग की सदस्य रायमुनि भगत, बगीचा में विधायक राजशरण भगत और जनपद पंचायत अध्यक्ष मुकेश शर्मा, पत्थलगांव में विधायक शिवशंकर पैकरा, कुनकुरी में विधायक रोहित साय पैकरा, जनपद अध्यक्ष सुशीला साय, उपाध्यक्ष गणेश यादव, दुलदुला में राज्य लघु वनोपज संघ के अध्यक्ष भरत साय, फरसाबहार में जनपद पंचायत अध्यक्ष वेद प्रकाश भगत, जशपुर विकासखंड मुख्यालय में जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह, जनपद पंचायत अध्यक्ष शारदा प्रधान, जिले की प्रभारी सचिव डॉ. एम.गीता, जिले की कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला उपस्थित थीं।