रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोल स्कैम मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नागपुर की कंपनी जायसवाल नेको की 101 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इसी मामले में पूर्व में भी ईडी ने कार्रवाई करते हुए 207 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी।
इस मामले में अब तक 308 करोड़ की संपत्ति ईडी द्वारा जब्त कर ली गई है। 101 करोड़ की संपत्ति में 80 करोड़ रुपये की इंटीग्रेटेड आफिस बिल्डिंग और 21 करोड़ रुपये की जमीन जब्त की गई है। बिल्डिंग रायपुर जिले में स्थित प्लांट में है, जबकि जमीन बिलासपुर जिले में जब्त की गई है।
ईडी के अनुसार कार्रवाई हाल ही में की गई है और सारी संपत्ति रायपुर में ही है। यह मामला नागपुर क्षेत्रीय कार्यालय के पास है और पूरी जांच नागपुर कार्यालय की ओर से ही की जा रही है। इसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।
नेको पर ED की ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई है। कोल ब्लॉक आवंटन धोखाधड़ी मामले सीबीआई की दर्ज FIR के बाद ED ने अब अपनी जांच शुरू की थी। इस मामले में नेको पर दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में 406, 120 बी के तहत चार्ज शीट दाखिल किया जा चुका है। रायगढ़ के गारे पाल्मा कोल ब्लॉक को नेको ने गलत तरीके से हांसिल किया था।
यही नहीं कम्पनी ने अपने कैप्टिव पावर प्लांट में बिना अनुमति के कोयला खनन कर अवैध उपयोग किया था। नेको ने 2006 से 2015 के बीच गारे पाल्मा कोल ब्लॉक से 3.8 मिलियन टन कोयला निकाला था और कोयले का इस्तेमाल आने पॉवर एंड स्टील प्लांट के लिए किया था।
हालांकि यह मामला काफी बड़ा होने की जानकारी सामने आ रही है। मनी लांड्रिंग के तहत उक्त कार्रवाई की गई है। जायस्वाल नेको को गारे पालमा कोल ब्लाक का आबंटन किया गया था। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा भी की जा रही है।