बलरामपुर। जिले में नक्सलियों ने अगवा किए तीन कर्मचारियों में से एक छोड़ दिया है। इसके साथ चंगुल से छुटे मंशी के हाथ एक संदेश भी भिजवाया ह। नक्सलियों ने राजू गुप्ता नाम के इस व्यक्ति का पर्चा देकर भेजा है। पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है।
बता दें नक्सलियों ने शनिवार की सुबह लगभग 30-40 की संख्या में वर्दीधारी हथियारबंद माओवादी बंदरचुआं के आगे बूढ़ाआम्बा नामक स्थान पर पहुंचे और सड़क का काम बंद करा दिया। माओवादियों ने सबसे पहले ठेकेदार के दो मुंशी राजू गुप्ता व शंकर बिहारी तथा PMGSY के सब-इंजीनियर पेतरूस डूंगडूंग को अपने कब्जे में ले लिया। सड़क निर्माण कार्य में लगे दो मुंशी और PMGSY के एक सब-इंजीनियर को अगवा कर अपने साथ ले गए थे।
गौरतलब है कि PMGSY के तहत झारखंड बॉर्डर पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सामरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सबाग से चुनचुना-पुंदाग तक सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सबाग से सामरी थाना क्षेत्र के बंदरचुआं गांव तक सड़क बन चुकी है, आगे का काम चल रहा है। सड़क निर्माण कार्य में लगी तीन हाइवा, एक जेसीबी व एक रोलर को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान माओवादियों ने एक हाइवा चालक के साथ भी मारपीट की। इसमें से एक कर्मचारी राजू गुप्ता को माओवादियों ने छोड़ दिया, लेकिन अभी भी सब इंजीनियर सहित बाकी नक्सलियों के कब्जे में हैं।
इस घटना आईजी हिमांशु गुप्ता, एसपी टीआर कोशिमा, एएसपी नक्सल ऑपरेशन पंकज शुक्ला पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अगवा हुए लोगों की तलाश में क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी थी। राजू गुप्ता को नक्सलियों ने पर्चा देकर भेजा है, लेकिन इसमें नक्सलियों ने कुछ मांग रखी है या फिर और कुछ संदेश भिजवाया है, यह फिलहाल साफ नहीं हो पाया है। पुलिस राजू गुप्ता से पूछताछ कर रही है और जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि पिछले तीन-चार दिनों से गढ़चिरौली और बस्तर इलाके में माओवादियों को करारी शिकस्त खानी पड़ रही है। इन इलाकों में नक्सली बैटफुट पर आ गए है। लगातार चल रहे मुठभेड़ में कई नक्सली मारे गए है। इसी बौखलाहट और अपनी उपस्थिती दर्ज कराने नक्सली ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे है।