नईदिल्ली। नए साल में इंडियन क्रिकेट टीम पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलने जा रही है। दोनों टीमों के बीच क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट- टेस्ट, वनडे और टी-20 में 12 मैच खेले जाएंगे। टीम इंडिया इस वक्त दक्षिण अफ्रीका में है और वह 5 जनवरी को अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलने मैदान में उतरेगी। दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट मैच, 6 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले जाने हैं। इसके लिए दोनों ही टीमें इस वक्त नेट पर जमकर पसीना बहा रही है। टीम इंडिया और टीम अफ्रीका दोनों का ही मकसद नए साल की शुरुआत जीत के साथ करना होगा।
भारतीय टीम टेस्ट सीरीज जीतने का सपना लेकर दक्षिण अफ्रीका पहुंची है। लेकिन पिछले 25 सालों से टीम इंडिया अफ्रीकी जमीन पर एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। यहां तेज और उछाल भरी विकटों पर तेज गेंदबाजों का दबदबा रहने वाला है। यानी रफ्तार के सौदागरों के पास होगी जीत की चाबी होगी। भारतीय टीम के पास ऐसे गेंदबाज हैं, जो 140 किलोमीटर की रफ्तार के साथ गेंदबाजी करने की कूवत रखते हैं। लिहाजा उन पर जीत का सारा दारोमदार होगा।
तेज गेंदबाजों का रहेगा दबदबा
इस दौरे पर तेज गेंदबाजों का दबदबा रहेगा। 2017 में 5टेस्ट मैच में 144 विकेट गिरे। जिसमें 83 प्रतिशत विकेट तेज गेंदबाजों ने झटके और सिर्फ 17 प्रतिशत विकेट ही स्पिन गेंदबाजों के खाते में गए। इतना ही नहीं स्पिन गेंदबाजों ने तेज गेंदबाजों के मुकाबले दुगने रन भी दिए। स्पिनर्स ने 13 ओवर की औसत से विकेट लिए. जबकि तेज गेंदबाजों ने 7 ओवर के हिसाब से विकेट झटके।
तेज गेंदबाज Vs स्पिन गेंदबाज 2017 में
अफ्रीकी विकेटों पर तेज गेंदबाज और स्पिन गेंदबाजों की तुलना करें तो पेसर्स ने 24.55 की औसत से 120 विकेट झटके। जिसमें तेज गेंदबाजों ने पांच बार पांच का आंकड़ा छूआ और दस विकेट दो बार हासिल किए। बेस्ट रहा 55 रन देकर 6 विकेट। वहीं स्पिन गेंदबाजों ने 78.66 की औसत से 24 विकेट झटके और एक बार ही पांच विकेट लेने में कामयाब रहे।
स्पिन गेंदबाजों को करना होगा संघर्ष
दुनिया में किसी भी देश के मुकाबले अफ्रीकी धरती पर स्पिन गेंदबाजों को सबसे ज्यादा संघर्ष करना पड़ा है। पिछले दो सालों के आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां स्पिन गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने भी यहां स्ट्रगल किया है। स्पिन गेंदबाजों ने यहां पर 4.3 विकेट पर मैच लिए हैं। जो दुनिया में सबसे खराब प्रदर्शन है। जबकि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया यह आंकड़ा 6 विकेट पर मैच है। इसके अलावा एशियाई देशों की बात करें, तो यह आंकड़ा 30 विकेट पर मैच, बांग्लादेश में 23, श्रीलंका, भारत और यूएई में यह आंकड़ा 20 का रहा है। यानी साउथ अफ्रीका स्पिन गेंदबाजों के लिए सबसे खराब है।