तेहरान। समाचार एजेंसी तसनीम के मुताबिक, लारिजनी ने कहा कि किसी देश के न्यायिक प्रमुख के खिलाफ प्रतिबंध लगाया जाना सभी अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखाओं का उल्लंघन है। लारिजानी ने कहा कि ईरान ऐसे कदमों पर चुप नहीं रहेगा। हालांकि उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि प्रतिबंध के खिलाफ ईरान क्या कदम उठाएगा। ईरान के न्यायिक प्रमुख अयातुल्ला सादिक अमोली लारिजानी ने कहा कि ईरान की कंपनियों और ईरानी लोगों पर अमेरिका द्वारा नए प्रतिबंध लगाने का समुचित जवाब दिया जाएगा। लारिजनी के खिलाफ भी प्रतिबंध लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि वह अपने खिलाफ लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों की परवाह नहीं करते। उन्होंने कहा, “अमेरिका को यह समझ लेना चाहिए कि उसके हर शत्रुतापूर्ण कदम का ईरान माकूल जवाब देगा।” अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालांकि, शुक्रवार को ईरान पर लगे प्रतिबंधों में ढील की समय सीमा बढ़ा दी थी, लेकिन अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने ईरान द्वारा कथित तौर पर मानवाधिकार के उल्लंघन और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को लेकर ईरान की कंपनियों और 14 लोगों पर प्रतिबंध लगाया था।
लारिजानी ने कहा कि 2015 का ईरान परमाणु समझौता, जिसे संयुक्त व्यापक कार्ययोजना के नाम से जाना जाता है, उसे किसी भी सूरत में बदला नहीं जा सकता और न ही उसे किसी अन्य मुद्दे से जोड़ा जा सकता है।
साभार — इंडिया टीवी न्यूज डेस्क