रायपुर। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संचालक तारण प्रकाश सिन्हा महासमुंद और बालोत सीईओ को पत्र जारी किया है। इस के जारी होने से शिक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल प्रदेश के उन हजारों शिक्षाकर्मियों को जो न्यायालय से केस जीत कर आए थे तगड़ा झटका लगा है , वे तमाम शिक्षाकर्मी जो जिला पंचायत/जनपद पंचायत से बिना अनुमति हासिल किए निम्न वर्ग से उच्च वर्ग (यानी जैसे शिक्षाकर्मी वर्ग 3 से वर्ग 2 या शिक्षाकर्मी वर्ग 2 से वर्ग 1 ) पर पहुंच गए थे और शासन उनकी पुरानी सेवा अवधि को गणना नहीं कर रही थी उन्होंने शासन के विरुद्ध न्यायालय में लंबी लड़ाई लड़ी और शासन ने शिक्षाकर्मियों के पक्ष में फैसला दिया था, इसी प्रकार वे तमाम शिक्षाकर्मी जो बीएड प्रशिक्षित नहीं थे और जिनका 8 साल पूर्ण हो चुका था उनका भी समतुल्य वेतनमान रोक दिया गया था जिसके विरुद्ध वे भी न्यायालय से जीत कर आए थे इन सभी मामलों में शिक्षाकर्मियों को लाभ मिलना था लेकिन सरकार ने अब न्यायालय के फैसले को डबल बेंच में चुनौती देती है जिसका मतलब है कि शिक्षाकर्मियों को फिलहाल यह लाभ नहीं मिलेगा ।
वे तमाम शिक्षाकर्मी साथी जिन्होंने निम्न वर्ग से उच्च वर्ग पर पहुंचकर अपनी योग्यता के दम पर नौकरी हासिल की थी फिर चाहे उनके पास अनुमति हो या न हो लाभ के हकदार थे और माननीय न्यायालय ने इस विषय में स्पष्ट निर्णय दिया था इसके बावजूद सरकार ने कर्मचारी हितों की अनदेखी करते हुए और अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए उनके लाभ को कृत्रिम रूप से टालने की कोशिश की है और इसी के परिणामस्वरूप यह पत्र सामने निकलकर आया है जिसमे फिर से मामले को डबल बैंच में चुनौती देने का उल्लेख है। इस कठिनाई के दौर में हम अपने पीड़ित शिक्षाकर्मी साथियों के साथ हैं और हर लड़ाई में उनका पूरा साथ देंगे। – संजय शर्मा, प्रदेश संचालक, छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा
सरकार के विरुद्ध लंबी लड़ाई लड़कर माननीय न्यायालय से जीत हासिल करने वाले शिक्षाकर्मियों के लिए यह तगड़ा झटका है , शिक्षाकर्मी साथी अपने निजी खर्च पर शासन के विरुद्ध लंबी लड़ाई लड़ने के बाद जीत कर आए थे जिसके बाद उन्हें लाभ की उम्मीद बनी थी लेकिन शासन ने उनकी उम्मीदों पर कुठाराघात कर दिया है, जिस प्रकार से लगातार शिक्षा कर्मियों के विरुद्ध आदेश जारी हो रहे हैं वह पूरे शिक्षक पंचायत संवर्ग को चिंतित और परेशान करने वाले हैं और इस दौर में हम सभी शिक्षाकर्मी साथी एक हैं और इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। – विवेक दुबे,प्रदेश मीडिया प्रभारी , छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक मोर्चा