दुर्ग। आज सुबह “फूटपाथ पर चना बेचने को मजबूर शिक्षाकर्मी, 2 माह से नहीं मिला वेतन, जिला पंचायत घेराव की दी चेतावनी” की खबर प्रकाशित की गई थी। जिसमें शिक्षाकर्मी को दो माह से वेतन न मिलने पर आर्थिक तंगी चलते चना बेचकर गुजारा करने को मजबूर हो गए थे।
इस खबर के बाद प्रशासन हरकत में आया और त्वरित कार्यवाही करते हुए दुर्ग जला पंचायत के बैंक खाते में 15 करोड़ रुपये जमा कर दिया गया है। जिसकी खबर मिलते ही शिक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली।
मिली जानकारी के अनुसार आज दिसम्बर माह का वेतन 3-3 करोड़ रुपये धमधा व पाटन ब्लॉक को जिला पंचायत द्वारा जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही जनवरी माह के वेतन के लिए धमधा, पाटन व दुर्ग ब्लॉक को जिला पंचायत दुर्ग द्वारा जल्द ही जारी किया सकता है।
आपको बता दें कि नवीन शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुर, ब्लॉक अध्यक्ष धमधा संजय शर्मा, महिला अध्यक्ष संगीत बैस, प्रान्तीय प्रवक्ता दुष्यंत कुम्भकार, विष्णु साहू, धनेश नेताम, विजय श्रीवास्तव, प्रमोद सुतार, महेश ठाकरे, विनोद ठाकुर व पन्नालाल साहू सर के चना बूट बेचकर विरोध प्रदर्शन किया गया था।
साथ ही साथ इस मामले को लेकर नवीन शिक्षाकर्मी संघ ने 7 फरवरी को जिला पंचायत घेराव का भी मन बनाया था। लेकिन इस खबर के बाद सब में खुशी की लहर देखी जा सकती है।