नई दिल्ली। यदि आप ट्विटर पर खबर पढ़ते हैं तो हो जाइए सावधान क्योंकि एक रिसर्च के मुताबिक ट्विटर पर फेक न्यूज बहुत तेजी से फैलती है जबकि सत्य खबरें धीरे-धीरे पहुंचती है। हाल ही में हुए एक शोध के इस बात खुलासा हुआ है।
दरअसल यह शोध कार्य मैसाच्यूट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के मीडिया लैब के रिसर्चर द्वारा लगभग 1 लाख 26 हजार खबरों पर शोध किया गया। जिसके बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि ज्यादातर खबरे महज अपवाह होती हैं। जिनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं होता।
इस मामले में एक अन्य शोध के मुताबिक लगभग 30 लाख लोग ने 2006 से 2017 के बीच ट्विटर पर 126,000 खबरें शेयर की। इनमें से 70 प्रतिशत से अधिक फेक न्यूज को रिट्वीट किया गया, जो कि सत्य आधारित घटनाओं से काफी कम है।
शोधों की माने तो, आतंकवाद, आपदा, विज्ञान और फाइनेंशियल इंफोर्मेशन से जुड़ी खबरों के मुकाबले राजनीति की फर्जी खबरें तेजी से और बड़े स्तर पर फैली। जिन खबरों पर रिसर्च किया गया उसकी भी छह अलग-अलग स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग संस्था से जांच कराई गई।
आपको बता दें कि सोशल मीडिया फेसबुक पर भी फेक न्यूज जमकर साझा किया जाता है। हालांकि फेसबुक ने इसके लिए कई कदम उठाए हैं।