जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी स्थित धुंआधार के व्यू पाइंट पर सेल्फी लेने के कारण अक्सर हादसे होते रहते हैं। ऐसा ही एक हादसा उस वक्त हुआ जब, सेल्फी ले रही लड़की के गिरने पर उसे बचाने के लिए उसकी मां और चचेरा भाई नदी में कूद पड़े। गोताखोरों ने लड़की और उसकी मां को तो बचा लिया लेकिन, चचेरे भाई का अभी तक कुछ पता नहीं चला है और गोताखोर उसकी तलाश अभी भी कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, नागपुर निवासी रेवती तामने और उसकी बेटी शाइली एक शादी समारोह में शामिल होने जबलपुर आई थीं। वहीं दोनों गढ़ा के रहने वाले चचेरे भाई रोहन तामने के साथ भेड़ाघाट घूमने गईं थीं। धुंआधार के व्यू पाइंट पर शाइली जब सेल्फी ले रही थी, तभी उसका फोन गिर पड़ा और फोन पकड़ने के चक्कर में वही गिर पड़ी। ये देख शाइली की मां और रोहन ने उसे बचाने के लिए कूद पड़े। स्थानीय गोताखोर गुरु ठाकुर ने बड़ी मशक्कत के बाद मां-बेटी को तो बचा लिया। लेकिन 20 साल का युवक रोहन तेज बहाव में बह गया और उसका कुछ पता नहीं चला, युवक की तलाश अभी भी जारी है। शाइली और उसकी मां को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धुंआधार जलप्रपात जबलपुर का प्रसिद्ध जलप्रपात है। यह प्रपात भेड़ाघाट क्षेत्र का प्रमुख दर्शनीय स्थान है और बड़ी संख्या में यहां पर्यटक भी आते रहते हैं। यहाँ नर्मदा की धारा 50 फुट ऊपर से गिरने के कारण पानी सफेद धुंए के समान उड़ने लगता है जिसके कारण इसे ‘धुंआधार’ कहा जाने लगा।