राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की सबसे हाई-प्रोफाइल सीट राजनांदगांव में इस बार दोनों ही दलों में बड़ा दिलचस्प मुकाबला होने वाले है। जहां बीजेपी की तरफ से प्रदेश के मुखिया डॉ. रमन सिंह चुनाव लड़ रहे है। तो कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है। इधर दोनों ही प्रत्याशी रमन सिंह और करूणा शुक्ला अपने पार्टी में मजबूत कड़ी माने जाते है। तो दोनों प्रत्याशी एक-दूसरे से आर्थिक तौर पर भी कम नहीं है। राजनीतिक प्रतिद्वंदी बने दोनों प्रत्याशियों के पास धन की कमी नहीं है। वहीं संपत्ति और स्वर्ण आभूषण की भी दोनों के पास भरमार है। चुनाव आयोग को दिए ब्यौरा में दोनों ने अपनी-अपनी संपत्ति को सार्वजनिक किया है।
रमन सिंह की संपत्ति
मिली जानकारी के मुताबिक सीएम रमन ने नकद एवं बैंकों के विभिन्न खातों के संबंध में कुल जमा राशि एक करोड़ 20 लाख 86 हजार 885 रुपए दर्शाए हैं। वहीं अचल संपत्ति में उन्होंने 13 लाख 60 हजार रुपए की मूल्य की 22.13 एकड़ भूमि का उल्लेख किया है।
साथ ही 35 लाख 62 हजार 700 रुपए के स्वर्ण आभूषण और हीरे जड़ित जेवरात का स्वामी होना भी दर्शाया है। रमन के पास 41 हजार रुपए का एक लाईसेंसी पिस्टल भी है। कुल मिलाकर उनके पास चल-अचल संपत्ति में दो करोड़ 18 लाख 59 हजार 182 रुपए है।
पत्नी वीणा सिंह का भी दिया ब्यौरा
वहीं उनकी धर्मपत्नी के पास नकद एवं बैंक खातों में 36 लाख 82 हजार 828 रुपए जमा हैं। उनकी धर्मपत्नी के पास अचल संपत्ति में शहडोल के ब्योहारी में 46 लाख रुपए बाजार मूल्य की 30 एकड़ जमीन और कवर्धा में 25 लाख रुपए मूल्य की जमीन है। मुख्यमंत्री की पत्नी के पास 235 तोला सोना, 18 किलो चांदी तथा हीरा जड़ित जेवरात के रूप में कुल एक करोड़ 7 लाख 95 हजार रुपए की संपत्ति है।
करुणा शुक्ला का संपत्ति
इधर कांग्रेस प्रत्याशी करूणा शुक्ला भी करोड़ों रुपए की मालकिन हैं। उनके पास बैंकों में नकद राशि के रूप में 27 लाख 91 हजार 600 रुपए जमा हैं। वहीं सोना-चांदी जेवरात के रूप में 7 लाख 70 हजार रुपए की संपत्ति है। कुल मिलाकर उनके पास चल संपत्ति में 35 लाख 61 हजार 600 रुपए हैं।
अचल संपत्ति का ब्यौरा
जबकि अचल संपत्ति में शुक्ला ने मकान और भूखंड के रूप में एक करोड़ 80 लाख रुपए का उल्लेख किया है। उनके पति के पास नगद बैंक, वाहन व बीमा के साथ कुल 13 लाख 22 हजार 485 रुपए की चल संपत्ति है। साथ ही 90 लाख रुपए मूल्य की भूखंड व मकान के स्वामी भी हैं। दोनों नेता किसी भी स्थिति में आर्थिक रूप से कमजोर नहीं हैं। दलीय राजनीति में दोनों एक-दूसरे को मात देने के लिए जहां जोर लगा रहे हैं। वहीं आर्थिक नजरिए से दोनों की स्थिति को कमजोर नहीं आंका जा सकता हैं।