कुरूद। आजकल राजनीतिक विरोधियों और दूसरी विचारधारा के लोगों के ख़िलाफ गुस्सा और उनसे अलग मत जाहिर करने के लिए दलीय नेतागण जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे है उसका लगातार विस्तार भी हो रहा है। कुरुद की राजनीति और सार्वजनिक जीवन में पहले शायद ही कभी ऐसा हुआ हो, जो अब हो रहा है। एक राजनैतिक व्यक्ति को स्तरहीन व अमर्यादित भाषा शैली से परहेज करना चाहिए।
ताजा मामला कुरुद नगर का है जहां गुरुवार को कांग्रेस के एक नेता ने प्रदेश की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार के एक मंत्री के लिए अपने भाषण में जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उसे सभ्य समाज की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अपमान माना जा रहा है कांग्रेस के नेता के भाषण की आडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नगर में कांग्रेस की निंदा हो रही है। भाजपा ने इसे कांग्रेस के अशिक्षा और मिले संस्कार का परिणाम व उस भाषा को स्तरहीन, अपमानजनक व आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल बताते हुए कड़ी शब्दो मे निंदा की है।
भाजपा प्रवक्ता रामस्वरुप साहू ने कहा कि मुद्दाविहीन कांग्रेस को सत्ता की भूख सता रही है जिसके चलते अब वे व्यक्तिगत आरोप व चरित्रहत्या करने पर उतारू हो गई है। जिसके कारण वे क्षेत्रीय विधायक व मंत्री अजय चंद्राकर को टारगेट में रखकर व्यक्तिगत रूप से कई संगीन व निराधार आरोप मढ़ते हुये लगातार अपमानजनक व अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे है। जिससे कुरूद की राजनीतिक सुचिता में लगातार गिरावट आ रही है। ऐसे व्यक्ति को राजनैतिक जीवन में रहने का कोई अधिकार नही है। भाजपा इसकी तीव्र भर्त्सना करती है।
भाजपा मंडल महामंत्री कृष्णकान्त साहू ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर कांग्रेसी धरना पर बैठे थे उसको दरकिनार कर वे मंत्री अजय चन्द्राकर को केन्द्रबिंदु बनाकर व्यक्तिगत आरोप लगाते हुए चरित्र हत्या करनें का प्रयास किये है। कांग्रेस के नेता ने जिस स्तरहीन, अपमानजनक व अमर्यादित भाषाशैली का उपयोग लगातार सार्वजनिक मंच से किया है उससे कुरूद क्षेत्र की कांग्रेस की संस्कार उजागर हुई है। जो कि कुरूद की सुनहरी राजनीतिक विरासत को कलंकित करनें का कार्य है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को अपने प्रत्याशी नेताओं के शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
नगरवासी प्रमोद शर्मा ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि द्वारा किसी व्यक्ति विशेष पर व्यक्तिगत आरोप लगाते हुए अमर्यादित भाषा शैली का लगातार उपयोग करना छोटे से जगह कुरूद में जहां के लोग आपसी प्रेम व सद्भाव से रहते है वहां लोगो को दिग्भ्रमित कर समाज को बांटने का कुत्सित प्रयास है जो कुरूद क्षेत्र की राजनीति में बदनुमा धब्बा है। ऐसे नेता को अपनी आदत सुधारनी चाहिए, तभी स्वच्छ राजनीति हो सकती है।
अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री मोहम्मद यूसुफ ने कहा कि सादविक जीवन शैली में मुद्दों की राजनीति होनी चाहिए। किसी व्यक्ति विशेष के अतित को कुरेदकर निजी जीवन पर व्यक्तिगत प्रहार करना निंदनीय है। ऐसे हथकंडा अपनाकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश का गंभीर परिणाम हो सकता है।