रायपुर। रविवार को राजधानी रायपुर के नजदीक सड्डू में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एजुकेशन सिटी में लगभग 40 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्रों और नक्सल हिंसा पीडि़त जिलों के बच्चों की शिक्षा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की प्रयास आवासीय विद्यालय परियोजना पूरे देश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल साबित होगी।
डॉ. सिंह ने कहा कि पिछले सात वर्षों में इन विद्यालयों में नियमित और निःशुल्क पढ़ाई तथा कोचिंग सुविधा के फलस्वरूप लगभग सात सौ बच्चों ने देश के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थानों आई.आई.टी., एन.आई.टी. इंजीनियरिंग कॉलेजों और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लिया है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम और संविधान शिल्पी डॉ. भीमराव अम्बेडकर का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों से कहा कि जो असफलता से सबक लेकर आत्मविश्वास के साथ मोर्च पर डटा रहता है, ऐसा इंसान भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम बनता है। और ऐसा इंसान भारत का संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर बनता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश बैस ने कहा कि छत्तीसगढ़़ के पीडीएस मॉडल की तरह ही प्रयास विद्यालय पूरे देश में एक मॉडल के रूप में जाना जाएगा। आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग की विशेष सचिव रीना बाबा साहेब कंगाले ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इस समारोह में कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल, विधायक सत्यनारायण शर्मा और नवीन मार्कण्डेय, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष निर्मल सिन्हा और अम्बिकापुर नगर निगम के पूर्व महापौर प्रबोध मिंज विशेष अतिथि के रुप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।