बिलासपुर। नगर पालिक निगम बिलासपुर को चार श्रेष्ठ और अनुकरणीय कार्यों के लिए स्कॉच ऑर्डर ऑफ मेरिट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह अवॉर्ड 21 जून से 23 जून तक नई दिल्ली के कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी कार्यक्रम में दिया जाएगा। नगर पालिक निगम के चार कार्य डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, स्वच्छता सेल्फि, सोशल मीडिया में चलाए गए ‘आवाज़’ अभियान तथा स्मार्ट एलईडी लाइट के बेहतर प्रयोग, इन सभी कार्यों के लिए स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इन चारों इनोवेटिव कार्यों को स्कॉच ग्रुप ने सराहा है तथा इसे बाकि निकायों के लिए भी अनुकरणीय बताया है।
ज्ञात हो कि स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट देश भर में इनोवेटिव कार्यों के लिए निकाय एवं विभागों के कार्यों का मूल्यांकन कर पुरस्कृत करती है। स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट अवार्ड द्वारा किए गए त्रिस्तरीय मूल्यांकन में देश भर के नगरीय निकायों तथा अन्य विभागों के साथ नगर निगम बिलासपुर ने भी हिस्सा लिया था, जिसके प्रथम चरण में इन चारों कार्यों के दस्तावेजों की जांच की गई थी। द्वितीय चरण में नई दिल्ली में भारत सरकार के उच्च अधिकारियों की मौज़ूदगी में नगर पालिक निगम बिलासपुर द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया था तथा सबसे आखिर एवं तीसरे चरण में पब्लिक फीडबैक के लिए स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट के वेबसाइट में इन सभी चारों कार्यों को अपलोड किया गया था। जिसे देश भर के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने काफी सराहा तथा प्रोत्साहित किया।
नगर पालिक निगम के इन चारों कार्यों का डंका अब पूरे देश में बजेगा।
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन ने दिलाया सम्मान
विदित हो कि बिलासपुर शहर देश का ऐसा पहला शहर है जहां नगर निगम द्वारा शहर में डोर टू डोर कलेक्शन शत-प्रतिशत किया जा रहा है। निगम द्वारा शहर में उत्पन्न कचरे को वैज्ञानिक एवं व्यवस्थित ढंग से निपटान करने के लिए माह जनवरी 2017 में ही मेसर्स दिल्ली एमएसडब्ल्यू से अनुबंध कर पूरे शहर के शत-प्रतिशत घरों से कचरा उठाने का काम चालू कर दिया गया था, माह अगस्त के आते तक मेसर्स एम एस डब्ल्यू दिल्ली द्वारा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन प्रणाली अंतर्गत शहर के सभी घरों को शामिल कर लिया गया तथा स्वच्छ सर्वेक्षण में डोर टू डोर कलेक्शन प्रणाली को मिले अच्छे रिस्पांस से यह अवार्ड नॉमांकित हुआ।
स्वच्छता सेल्फी से आई जागरूकता
पिछले साल दिसंबर माह में नगर निगम बिलासपुर द्वारा स्वच्छता एप के प्रचार-प्रसार हेतु स्वच्छता सेल्फी कंपटीशन का आयोजन किया गया था। एक सप्ताह तक चली इस प्रतियोगिता में लगभग 200 लोगों ने कचरे के साथ सेल्फी लेकर भारत सरकार द्वारा प्रदत्त स्वच्छता एप में सफाई संबंधित अपनी शिकायत दर्ज कराई थी ।सबसे ज्यादा शिकायत दर्ज कराने वाले को पुरस्कार से भी नवाजा गया था एवं कचरा फैलाने वालों को से दंडित भी किया गया था भारत सरकार द्वारा इस इनोवेटिव प्रैक्टिस को काफी सराहना भी मिली।
सोशल मीडिया में अनूठी पहल ने बनाई अलग पहचान
नगर निगम द्वारा बीते अक्टूबर-नवंबर माह में स्वच्छता के लिए सोशल मीडिया में एक अनूठा अभियान चलाया गया जिसका नाम रखा गया था “आवाज़” इस अभियान में सार्वजनिक या निजी जगहों पर किसी को डस्टबिन की आवश्यकता होने पर ननि के ट्विटर एवं फेसबुक पेज़ में कंप्लेन करने से 24 घंटे के भीतर पहुंचाया जाता था।इसके अलावा इस अभियान के अंतर्गत स्वच्छता से संबधित शिकायत करने पर कार्रवाई भी की गई थी।
एलईडी लाइट से बिजली की खपत भी आधी और शहर भी हुआ रोशन
नगर निगम द्वारा बीते वर्ष अगस्त में पूरे शहर के सोडियम वेपर लाइट को LED लाइट में बदला दिया गया ,जिसके बाद ननि की बिजली खपत भी आधी हो गई तथा स्ट्रीट लाइट में आ रहे लगभग तीन करोड़ रुपए प्रतिमाह का खर्च आधा होकर डेढ़ करोड़ रुपए प्रतिमाह हो गया.तथा एलईडी की दूधिया रोशनी से शहर भी जगमग हो गया है।
इस सम्मान से नवाजे जाने की खबर के बाद महापौर किशोर राय ने शहरवासियों तथा निगमकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि इस उपलब्धि से हमें भविष्य में और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। तो वहीं नगर निगम आयुक्त श्री सौमिल रंजन चौबे ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि हमारे कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है. इस उपल्ब्धि को हासिल करना शहरवासियों के बगैर सहयोग के संभव नहीं था,यह उपलब्धि पूरे शहर की है तथा इसे आगे भी हम बनाएं रखेंगे।