अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में अपराधिक किस्म के प्रत्याशी बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते है। इधर अंबिकापुर से ऐसा ही एक मामले सामने आय़ा है। अंबिकापुर बीजेपी प्रत्याशी अनुराग सिंहदेव को 13 साल पुराने मामले में कोर्ट में सरेंडर किया है। जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में रखा गया है। बताया जा रहा है कि अनुराग सिंहदेव को 13 साल पुरान स्थाई वारंट जारी किया था, इस वारंट को निरस्त करने के आवेदन केसाथ सरेंडर किया था जिसके चलते उन्हे हिरासत में लिया गया है।
गौरतलब है कि भाजपा के अंबिकापुर विधानसभा प्रत्याशी अनुराग सिंहदेव ने 2002 में युवा मोर्चा के सदस्यों के साथ चक्का जाम किया था। इस मामले को लेकर जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था। मामले को लेकर उन्हें स्थाई वारंट जारी किया गया था, जिस पर आज उन्होंने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। अनुराग सिंहदेव इसी मामले में अधिवक्ता अशोक दुबे के मार्फ़त न्यायालय में पेश हुए हैं। पंक्तियों के लिखे जाने तक अनुराग सिंहदेव न्यायिक हिरासत में है, उनकी ज़मानत पर सुनवाई कुछ देर में होनी है। खबर यह भी है कुछ ही देर में उन्हें जमानत मिल जाएगी।