भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त कम्प्यूटर बाबा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही राज्यमंत्री का दर्जा लौटाने का ऐलान किया। करीब 6 महीने पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया था। उन्होंने कहा कि अब वो नर्मदा बचाओ अभियान की फिर से शुरुआत करेंगे। पद छोड़ने के दौरान कम्प्यूटर बाबा ने सरकार पर कई आरोप लगाए।
कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि मैंने प्रदेश में गाय की स्थिति और नर्मदा नदी में अवैध खनन को लेकर सरकार के अंदर चर्चा की थी। लेकिन मुझे इस संबंध में कुछ करने की इजाजत नहीं दी गई। अगर मैं सरकार के समक्ष विचार नहीं रख सकता तो मैं इस तरह की सरकार का हिस्सा नहीं बनना चाहता। मुझे ऐसा लगा कि शिवराज धर्म के ठीक विपरीत हैं और धर्म का कुछ काम करना ही नहीं चाहते हैं। ऐसे में मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
सोमवार शाम के समय भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कम्प्यूटर बाबा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने धर्म की उपेक्षा की है। सरकार की ओर से गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा पर भी सवाल खड़े किए। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि हमारे पास एक प्रणाली है जहां सभी संत एक साथ बैठते हैं और चीजों पर फैसला करते हैं। लेकिन सरकार ने उनकी कही कई बातों पर ध्यान नहीं दिया। राज्य सरकार का रवैया धर्म के प्रति अच्छा नहीं नजर आ रहा।