नई दिल्ली। केंद्र सरकार की तरफ से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 फरवरी को देश का बजट पेश किया है। इस बजट से जो कि इस कार्याकाल का अंतिम बजट था तो उम्मीद की जा रही थी कि यह बजट लोक-लुभावन होगा। लेकिन उनका झुकाव किसानों और ग्रामीण इलाक़ों को राहत देने की तरफ़ अधिक था और इस में कोई दो राय नहीं कि बदहाल कृषि क्षेत्र को समर्थन देना था। फिलहाल आर्थिक और नैतिक ज़रूरत थी। इन्ही सब मुद्दों पर चर्चा करने के लिए देश की राजधानी नई दिल्ली के टेक्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज में “रेस्पोंसिबल मार्केटिंग: इश्यूज एंड चैलेंजेज” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के मेंबर सेक्रेटरी डॉ. अलोक कुमार मित्तल के रुप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के मेंबर सेक्रेटरी डॉ अलोक कुमार मित्तल, टेक्निया ग्रुप के चेयरमैन डॉ राम कैलाश गुप्ता, संस्थान निदेशक डॉ अजय कुमार, संस्थान के कार्यकारी अधिकारी (शैक्षणिक एवं विकास) डॉ ए के श्रीवास्तव, आर इंफ्राप्रॉजेक्ट लिमिटेड के प्रेसिडेंट दीपक सिंह ने किया।
इस दौरान डॉ सुनील गुप्ता (एसोसिएट प्रोफेसर, इग्नू), प्रो एस एस हांडा (आई एस आई, दिल्ली ), प्रो सरोज दत्ता (शैक्षणिक सलाहकार, टेक्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज ) व संगोष्ठी के संयोजक डॉ संदीप कुमार ने दीप प्रज्वलित करके किया।
कार्यक्रम के अंत में टेक्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज के शैक्षणिक सलाहकार प्रो सरोज दत्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया । विभिन्न संस्थानों से आये हुए शिक्षक ,विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये | इस मौके पर सभी विभागों के शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे ।