Sunday, December 23, 2018
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मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और मंत्री अजय चंद्राकर ने अपने अजीज दोस्त हेमचंद यादव को दिया कांधा, तो हो गई सभी की आंखे नम

Minister BrijMohan Agrawal and Minister Ajay Chandrakar gave kandha to his dear friend hemchand Yadav

रायपुर। भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री हेमचंद यादव का पार्थिव शरीर हनरा बांधा श्मशान घाट पहुंच चुका है। यहां थोड़ी देर में हेमचंद यादव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। जहां हेमचंद यादव की याद में सभी की आंखे नम है। वहीं दूसरी तरफ अंतिम यात्रा में हेमचंद यादव के अजीज दोस्त कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उनको कांधा दिया। वहीं मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी दोस्ती का फर्ज निभाते हुए अपने दोस्त के पार्थिव शरीर को कांधा देते हुए अंतिम यात्रा में साथ-साथ चले। 

अंतिम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर भी उनके पार्थिक शरीर के साथ-साथ चलते रहे है। 

गौरतलब है इस पूरे घटना क्रम में कल शाम से कैबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर, मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक शिवरतन शर्मा मौजूद थे। अंतिम यात्रा के दौरान मंत्री रमशीला साहू, पूर्व विधायक डॉ. दयाराम साहू, मंत्री राजेश मूणत, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय, लोरमी के पूर्व विधायक धरमजीत सिंह समेत कई बड़े नेता साथ-साथ चल रहे है।

साथ ही जिले के तमाम पदाधिकारी, बड़े नेता, विपक्षी दलों के भी तमाम बड़े नेता मौजूद है।

इनके अलावा अंतिम संस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, प्रदेश प्रभारी अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक सहित शीर्ष बीजेपी नेता पहुंच रहे है।

मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने हेमचंद को याद करते हुए कहा था- मैंने सच्चा दोस्त खो दिया

प्रदेश के कृषि सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कल कहा था कि हेमचंद यादव मेरे एक सच्चे मित्र थे। उनका इस तरह असमय चला जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। एक अच्छे मित्र के रूप में हर क्षण अपनों की फिक्र करने वाला एक अच्छा मित्र मैंने खो दिया है। बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद राज्य के विकास की नींव रखने वालों में हेमचंद यादव भी शामिल थे। वे एक ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ जनसेवक थे। आमतौर पर देखा जाता है कि राजनीति में व्यक्ति के अनेकों प्रतिद्वंदी होते है, पर हेमचंद यादव की सख्शियत ही ऐसी थी कि उनकी कभी किसी से व्यक्तिगत प्रतिद्वंदता नहीं रही। वे हर दिल अज़ीज थे।

हेमचंद ने कभी किसी बात की परवाह नहीं की। अपनी शर्तों पर जीवन जिया और राजनीति की। वे विशाल हृदय के धनी थे हमेशा दूसरों की चिंता किया करते थे। उन्होंने अपने भविष्य की चिंता कभी नही की, वर्तमान को ही जन सेवा करते हुए बेहतर जीने में लगे रहे। अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के एक कर्तव्यनिष्ठ लोकप्रिय मंत्री के रूप में उनकी पहचान थी। हेमचंद यादव का निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।  छत्तीसगढ़ महतारी ने एक ऐसे सपूत को खो दिया है जिसने पूरी ईमानदारी के साथ उनकी सेवा की है। ईश्वर से प्रार्थना है कि इस दुःख की घड़ी में उनके परिवार को सहनशक्ति तथा मृतात्मा को शांति प्रदान करें।

 

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