Thursday, March 1, 2018
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शिक्षाकर्मी झेल रहे हैं आर्थिक संकट, कहा- पहले वेतन दो सरकार, नहीं तो टैबलेट का होगा बहिष्कार

मुंगेली। तीन महीनों से सर्व शिक्षा अभियान की राशि का केंद्र सरकार द्वारा आवंटन जारी नहीं किया जा रहा है। साथ ही होली का त्यौहार सर पर होने से उनकी मुसीबतें और भी बढ़ गई है। जिसकी वजह से शिक्षाकर्मियों के माथे पर चिंता की लकीरे छा गई हैं।

मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए कॉसमॉस टेबलेट में उपस्थिति दर्ज नहीं करने का निर्णय लिया है।

इस मामले में छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव संजय उपाध्याय एवं जिलाध्यक्ष बलराज सिंह ने कहा कि अब साथियों को स्कूल जाने में भी परेशानी होने लगी है। अपने वाहन में पेट्रोल डलवाने के लिए दूसरे से उधारी लेना पड़ रहा है। इसके साथ-साथ वे अपने घर मे राशन की कमी की किल्लत भी झेल रहे हैं। उनके बच्चों की फीस व अन्य जरूरी कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। जो कि भारी चिंता का विषय बनी हुई है। मार्च का महीना आ रहा है और होली का त्यौहार भी अत्यंत नजदीक है। ऐसे हालात में अब तक वेतन नहीं मिल पाना अत्यंत दुखदायी है।

दरअसल मुंगेली जिले में सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों को मिलाकर लगभग 4000 शिक्षाकर्मी कार्यरत हैं। इनमें से लगभग 2000 शिक्षाकर्मी सर्व शिक्षा अभियान के है।

सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षाकर्मियों का वेतन केंद्र सरकार व राज्य सरकार के अनुदान पर मिलता है। परंतु तीन महीनों से सर्व शिक्षा अभियान की राशि का केंद्र सरकार द्वारा आवंटन जारी नहीं किया जा रहा है। जिस वजह से राज्य सरकार भी आवंटन जारी नहीं कर पा रही है।

ऐसे में जिले के चार हजार शिक्षाकर्मियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिल पाया है। अब वेतन भुगतान नहीं होने से उनके सामने भारी आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।

फिलहाल शिक्षाकर्मी अभी इस इंतजार में हैं कि राज्य शासन द्वारा राशि आवंटित हो जाए। उसके बाद ही उनकी होली खुशियों के साथ मनाई जाए।

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